छत्तीसगढ़ का अनोखा गांव, दो MLA चुनते हैं यहां के मतदाता, दिलचस्प है इसकी वजह
Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 7 नवंबर को होना है. लेकिन दुर्ग और राजनांदगांव की सीमा पर बसा एक अनोखा गांव फिर चर्चा में आ गया है.
Chhattisgarh Election: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान का कांउडाउन शुरू हो गया है. खास बात यह है कि 20 विधानसभा सीटों पर होने वाले मतदान में एक गांव ऐसा भी हैं, जहां के लोग दो विधायक चुनते हैं. मतलब एक ही गांव के लोग 2 विधायको को चुनते हैं, जिससे यह गांव चर्चा में रहता है. इसके पीछे की वजह भी दिलचस्प हैं.
राजनांदगांव और दुर्ग की सीमा पर बसा है यह गांव
दरअसल, छत्तीसगढ़ में यूं तो 90 विधानसभा सीटें हैं जिसमे दुर्ग जिले में 6 विधानसभा सीट हैं, लेकिन दुर्ग जिले का अंजोरा एक ऐसा अनोखा गांव है, जहां के लोग एक नहीं बल्कि दो विधायक चुनते हैं. क्योंकि 5 हजार की आबादी वाले इस गांव में 2 जिले बस्ते हैं. आधा गांव दुर्ग जिले में आता है तो आधा गांव राजनांदगांव जिले में आता है. गांव के बीच से निकलने वाली मैन सड़क इसे दो जिलों में बांट देती है. ऐसे में दोनों ही गांव के लोग एक ही दिन अलग-अलग विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के लिए वोट करते हैं.
दो भागों में बंटा हैं गांव
अंजोरा गांव दो भागों में बंटा है, मुंबई-हावड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग-53 पर स्थित अंजोरा गांव के दो पंचायते, जिसमें अंजोरा ग्राम पंचायत (राजनांदगांव प्रशासन) और अंजोरा ''ख ग्राम पंचायत (दुर्ग प्रशासन) चलाता है. गांव सड़क के माध्यम से विभाजित हैं. गांव का दुर्ग जिले वाला हिस्सा दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट का हिस्सा है, जबकि राजनांदगांव जिले वाला हिस्सा राजनांदगांव में आता है. पहले चरण में राजनांदगांव वाले हिस्से में मतदान होगा, जहां राजनांदगांव सीट से एक बार फिर पूर्व सीएम बीजेपी की तरफ से रमन सिंह मैदान में हैं, जबकि कांग्रेस से गिरीश देवांगन चुनाव लड़ रहे हैं.
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दूसरे चरण का मतदान भी अहम
दूसरे चरण का मतदान भी अंजोरा गांव में अहम होगा, क्योंकि दुर्ग जिले की दुर्ग ग्रामीण सीट से वर्तमान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू चुनाव लड़ रहे हैं. जिनका मुकाबला बीजेपी के नए चेहरे ललित चंद्राकर से है. ऐसे में पहले के बाद दूसरे चरण के मतदान में भी अहम होगा.
1977 में बंटा यह गांव
बता दें कि 1977 में यह गांव दुर्ग और राजनांदगांव जिले के बीच बंट गया था. जिसे सड़क के आधार पर दोनों जिलों में बांट दिया गया. यह दोनों जिलों की सीमाओं में भी आता है. ऐसे में अंजोरा गांव की चर्चा हर बार मतदान के दौरान होती है.
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