गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा को हथियारबंद युवक उठाकर भागे, पुजारी को बना लिया था बंधक
Bilaspur News: हथियारों के बल पर कुछ लोगों ने मंदिर के पुजारी को बंधक बनाया और वहां से गणेश की प्राचीन व बहुमूल्य प्रतिमा जबरन उठाकर ले गए. यह घटना छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले की है.
शैलेंद्र सिंंह ठाकुर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है. यहां कुछ हथियारबंद युवक मस्तुरी क्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर में पहुंचे और वहां प्राचीन और बहुमूल्य गणेश की प्रतिमा को निशाना बनाया. उन बदमाशों ने पहले पुजारी को बंधक बनाया और फिर मंदिर में रखी गणेश प्रतिमा को अपने कब्जे में लिया और फिर वहां से भाग गए. सुबह लोगों को इस बारे में बता चला तो मामला पुलिस तक पहुंचा.
ऐतिहासिक प्रतिमा को जबरिया हथियारबंद युवक ले भागे
मस्तुरी क्षेत्र के भंवर गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा को जबरिया हथियारबंद युवक ले भागे. आरोपियों ने मंदिर के पुजारी को बंधक बनाकर घटना को अंजाम दिया.
पुजारी को बनाया बंधक
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर के मस्तूरी क्षेत्र में हथियारों से लैस 3-4 अज्ञात युवक रात करीब 2 बजे मस्तूरी क्षेत्र के (इटवा) पाली के भंवर गणेश मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने सबसे पहले मंदिर के पुजारी महेश केवट को बंधक बनाकर भगवान गणेश की ऐतिहासिक प्रतिमा वहां से अपने साथ ले भागे.
प्राचीन व बहुमूल्य है प्रतिमा
शुक्रवार की सुबह जब ग्रामीणों ने मंदिर में पूजा पाठ के लिए मंदिर के अंदर जाकर देखा तो ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली. जानकारी के अनुसार मूर्ति प्राचीन व बहुमूल्य बताई जा रही है.
आरोपियों की जा रही तलाश
घटना की सूचना पाते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल डॉग स्क्वाड के साथ वहां पहुंचा. पुलिस के आला अफसर भी मौके पर पहुंचे और मंदिर के पुजारी से पूछताछ कर आरोपियों की तलाश की जा रही है.
कुछ समय पहले भी एक प्रतिमा हुई थी चोरी
बता दें, कि मस्तूरी क्षेत्र के मल्हार ऐतिहासिक डिंडेश्वरी माता की प्रतिमा को भी कुछ वर्ष पूर्व अज्ञात चोर चुरा कर ले गए था. तब इस मामले को लेकर काफी हंगामा बरपा था. पुलिस ने अथक प्रयास कर उत्तर प्रदेश से प्रतिमा को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी.
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