Baloda Bazar Violence: बलौदाबाजार में सोमवार को सतनामी समुदाय का प्रदर्शन अचानक हिंसक छड़प में तब्दील हो गया और देखते ही देखते भीड़ ने पथराव और आगजनी शुरू कर दी. जिसे कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी जबकि पूरा कलेक्टर कार्यालय भी आग के हवाले कर दिया. घटना के बाद राज्य के गृहमंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने रात एक बजे बलौदाबाजार का दौरा किया और मामले में सख्त जांच के आदेश दिए हैं. 


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दोषियों पर कार्रवाई होगी


रात 1 बजे गृह मंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा सहित मंत्री दयाल दास बघेल ने घटना स्थल पहुंच कर बलौदाबाजार के कलेक्टर व एसपी से घटना की पूरी जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कलेक्टर परिसर में हुई आगजनी, जिला पंचायत, कुटुंब न्यायालय और जनपद पंचायत कार्यालय समेत पूरे शहर का निरीक्षण किया. इस दौरान विजय शर्मा ने बताया कि बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. इसलिए इस मामले में बड़ी जांच के निर्देश दिए गए हैं. क्योंकि जो लोग जो समाज से हटके काम करते है वो असमाजिक होते है, कानून सबके लिए है दोषियों पर जरूर कार्रवाई होगी. 


150 से ज्यादा गाड़ियों में लगाई आग


सोमवार को कलेक्ट्रेट में हुए प्रदर्शन के दौरान अचानक से जब प्रदर्शनकारी उग्र हुए तो देखते ही देखते कलेक्ट्रेट परिसर, तहसील कार्यालय समेत शहर के अन्य जगहों पर खड़ी 100 से अधिक बाइक, 30 से अधिक फोरव्हीलर समेत कई गाड़ियों में आग लगा दी गई. जबकि आग को कंट्रोल करने पहुंची दमकल की दो गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया. इसके अलावा बलौदाबाजार शहर के मुख्य मार्ग में लगे डिवाइडर, सीसीटीवी कैमरों, ट्रैफिक सिग्नल पोल को तोड़ फोड़ कर भारी क्षति पहुंचाई गई है. जिससे शहर की पब्लिक प्रॉपर्टी का बड़े पैमाने पर नुकसान होने हुआ है. इसके अलावा पथराव में पुलिसकर्मी-मजिस्ट्रेट घायल हुए हैं. ऐसे में सीएम विष्णुदेव साय ने आरोपियों को तुरंत पकड़कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. 


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16 जून तक धारा-144 लागू 


बलौदाबाजार में घटना के बाद 16 जून तक प्रशासन ने धारा-144 लागू करने के निर्देश दिए हैं. जबकि आज शहर में दिनभर आईजी और कमिश्नर भी रहेंगे, वह पूरी घटना का मुआयना करके सीएम को रिपोर्ट भेजेंगे. वहीं सीएम विष्णुदेव साय ने भी इस मामले में उच्चस्तरीय बैठक करके मामले की जल्द से जल्द जांच करने की बात कही है. फिलहाल शहर और जिले में शांति बनी रहे, इसके लिए पूरे शहर में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है. जगह-जगह पुलिस की तैनाती की गई है. 


इस वजह से हिंसक हुई छड़प 


दरअसल, सतनामी समुदाय धार्मिक चिन्ह को क्षतिग्रस्त करने के नाराज था, जिसके खिलाफ सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन करने पहुंचे था. लेकिन पहले शांति से हो रहा प्रदर्शन अचानक से हिंसक होने लगा. इसकी सबसे बड़ी वजह भीड़ का बढ़ना बताया जा रहा है. अचानक से 7 से 8 हजार लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई, जिसे कंट्रोल करना आसान नहीं रहा और प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और पथरवा शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों में 70 प्रतिशत के आसपास युवा थे, जो तेजी से पूरे कलेक्टर परिसर में तोड़फोड़ कर रहे थे. इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी कही जा रही है. क्योंकि पुलिस यह अंदाजा लगाने में फेल रही कि प्रदर्शन इतना बड़ा हो जाएगा. घटना के बाद पूरा शहर सख्ते में आ गया. फिलहाल शहर में शांति है, लेकिन एहतियात के लिए शहर में पुलिस बल तैनात किया गया है. 


यह है विवाद की वजह 


दरअसल, बलौदाबाजार में 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय का धार्मिक स्थल जो कि गिरौदपुरी धाम से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पर बना हुआ है. यहां मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम लगा हुआ है, जिसमें क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में ही सतनामी समाज के लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे और सोमवार को वह कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंच गए. जिसके बाद छड़प बड़ी हो गई और आगजनी और पथराव की घटना हुई है. 


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