Balodabazar violence: बलौदाबाजार हिंसा मामले में पुलिस ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है. शनिवार देर रात विधायक देवेंद्र यादव को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 7 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया है. MLA देवेंद्र की गिरफ्तारी के लिए दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. बड़ी संख्या में उनके समर्थक विरोध कर रहे थे. इस दौरान पुलिस और समर्थकों के बीच तीखी झड़प भी हुई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बलौदाबाजार हिंसा मामले में कांग्रेस MLA देवेंद्र यादव गिरफ्तार
भिलाई से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर बलौदाबाजार हिंसा मामले में भीड़ को उकसाने का आरोप है. इस आरोप के चलते उनसे दो बार पूछताछ की गई. इसके बाद बलौदाबाजार पुलिस शनिवार सुबह से ही दुर्ग पहुंची. यहां भिलाई नगर विधायक के सेक्टर 5 स्थित देवेंद्र यादव के आवास के बाहर पुलिस को करीब 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा. दरअसल, देवेंद्र यादव पूरे दिन घर से बाहर नहीं निकले. इस बीच पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज भी देवेंद्र यादव से मिलने पहुंचे. दिनभर के नाटकीय घटनाक्रम के बाद आखिरकार देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.


7 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड
कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार करने के बाद देर रात सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया गया. कोर्ट में सीजेएम अनूप कुमार खाखा ने MLA देवेंद्र यादव को 7 दिन के लिए रायपुर सेंट्रल जेल में ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजने का फैसला सुनाया. 


पूर्व CM ने साधा निशाना
MLA देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी और ज्यूडिशियल रिमांड को लेकर पूर्व CM भूपेश बघेल ने सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने X पर लिखा- 'अगर प्रदेश के मुखिया को ये लगता है कि एक युवा विधायक को गिरफ़्तार करके अपने 8 महीने के 'कलंकित कार्यकाल' को ढंक लेंगे, तो यह उनकी गलतफहमी है. सतनामी समाज के साथ हुए अन्याय को एक और अन्याय करके आप समाज को धोखा दे रहे हैं. पूरा प्रदेश, हम सब देवेंद्र यादव और सतनामी समाज के साथ खड़े हैं. करारा जवाब मिलेगा… मुख्यमंत्री जी! छत्तीसगढ़, नागपुर और गुजरात से नहीं, यहीं से चलेगा.'
 



बलौदाबाजार हिंसा
बता दें कि मई के महीने में सतनामी समाज के धार्मिक चिन्ह जैतखाम को देर रात क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. इस बात का पता चलने पर समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते  हुए कार्रवाई की मांग की. पुलिस ने केस दर्ज किया और कार्रवाई शुरू की. समाज के लोग पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे, जिसको लेकर समाज ने बैठकर बुलाई और लगातार ज्ञापन सौंपते हुए जांच की मांग की. मामला ऊपर तक पहुंचा. 10 जून को समाज ने बलौदाबाजार के  दशहरा मैदान में प्रदर्शन की अनुमति मांगी. इस दौरान अचानक से लोग उग्र हो गए और बवाल बढ़ गया. हिंसा हुई और लोगों ने कलेक्टर-एसपी दफ्तर में आग लगा दी.कई गाड़ियां भी फूंक दी. अब बलौदाबाजार हिंसा मामले में लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं. इस लिस्ट में भिलाई नगर के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव का नाम भी शामिल है.


ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में 46 अफसरों का ट्रांसफर, लंबे समय से एक ही जगह पर जमे थे वित्त सेवा अधिकारी, देखें लिस्ट