किशोर शिल्लेदार/राजनांदगांव: राजनादगांव जिले में चिटफंड कंपनियों में लाखों निवेशकों के करोड़ों रुपए डूबा गए है. जिले भर में कई कथित चिटफंड कंपनियों ने आम लोगों और ग्रामीण किसानों को रकम कम समय में दोगुना कर दिए जाने के झासे में लेकर उनकी मेहनत की कमाई को अपनी कंपनियों में निवेश करवाया और जब उनके पास करोड़ों रुपए इकट्ठा हो गया तो कुछ कंपनियां अपने दफ्तर बंद करा रातों रात भाग खड़ी हुई.


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वहीं कुछ कंपनियां निवेश की राशि तय समय सीमा के बाद वापस देने में आनाकानी करने लगी. लेकिन भूपेश सरकार द्वारा इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए कंपनियों के डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. कोर्ट के आदेश पर उनकी संपत्तियों को कुर्क कर नीलामी की गई और इस राशि से अब निवेशकों की राशि लौटाने का काम शुरू किया गया है. राजनादगांव जिले में चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को अब तक 13 करोड़ 57 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है. जल्द ही सहारा इंडिया के निवेशकों को भी 7 करोड़ रुपयों का भुगतान किया जाएगा.


17 हजार निवेशकों को लौटाए पैसे
बता दें कि राजनांदगांव कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में चिटफंड कंपनियों द्वारा जिले के निवेशकों से ठगी गई राशि वापस कराने हेतु जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. अब तक जिले के 17 हजार 296 निवेशकों को 12 करोड़ 46 लाख रूपए लौटाए जा चुके हैं.


इतने रकम इस कंपनी से लौटाए
इसी तरह याल्स्को रियल स्टेट एण्ड एग्रो फार्मिंग लिमिटेड के कुल 16 हजार 796 निवेशकों को तीसरी किश्त 95 लाख 14 हजार रूपये का भुगतान सीधे बैंक उनके बैंक खातों में कराया जा रहा है तथा शुभ सांई देवकान लिमिटेड के कुल 4 हजार 536 निवेशकों को 14 लाख 6 हजार रूपए वितरण हेतु तहसीलदारों को आबंटित किया जा रहा है. इस प्रकार जिले में अब तक कुल 13 करोड़ 57 लाख रूपए निवेशकों को लौटाया गया है. अब जल्द ही  सहारा इंडिया कंपनी के पात्र निवेशकों को 7 करोड़ रूपये का भुगतान किया जाएगा.