शैलेंद्र सिंह ठाकुर/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ Chhattisgarh के बिलासपुर Bilaspur अपहरण kidnapping के मामले में सजा काट रहा एक कैदी पैरोल पर बाहर आया था. लेकिन पैरोल खत्म होने के बाद वह वापस जेल नहीं पहुंचा और फरार हो गया. जब पुलिस ने कैदी के परिजनों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वह कैदी को जेल के गेट पर छोड़कर गए थे. ऐसे में अब पुलिस इस मामले में अलर्ट हो गई है और कैदी की तलाश शुरू कर दी है. 


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16 दिन पहले पैरोल पर आया था कैदी 
मामले में सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी ने बताया कि मुंगेली जिले के करही में रहने वाले अनिल कुमार पाठे को अपहरण के मामले में साल 2018 में आजीवन कारावास की सजा हुई थी. इसके बाद उसे बिलासपुर केंद्रीय जेल में बंद किया गया था. जहां वह लंब समय से बंद था. कुछ समय पहले उसके परिजनों ने उसे पैरोल पर छोड़ने की मांग की थी. इस पर जेल महानिदेशक के आदेश पर अनिल को 16 दिनों के पैरोल पर 11 जुलाई को छोड़ा गया था. 


जेल के गेट से हो गया फरार 
अपनी 16 दिन की पैरोल पूरी होने के बाद भी कैदी वापस जेल नहीं पहुंचा. ऐसे में जेल पुलिस ने कैदी को लेकर उसके परिजनों से संपर्क किया. जहां से जेल पुलिस को पता चला कि कैदी को उसके परिजनों ने पैरोल की अवधि पूरी होने के बाद केंद्रीय जेल के गेट के पास छोड़ दिया था. लेकिन कैदी जेल के अंदर तक नहीं गया और मौके से फरार हो गया.


परजिनों से मिली जानकारी के बाद जेल प्रशासन ने पूरे मामले की जानकारी बिलासपुर पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है. टीआई परिवेश तिवारी ने बताया किकैदी अनिल कुमार पाठे को 28 जुलाई को हर हाल में केन्द्रीय जेल वापस लौटना था. लेकिन, गुरुवार को अनिल जेल नहीं पहुंचा तब अगले दिन केन्द्रीय जेल प्रशासन ने अनिल कुमार के परिजनों को जानकारी दी कि, अनिल जेल नहीं पहुंचा है. इस पर अनिल के पिता रामसुंदर ने जेल प्रबंधन को बताया कि रिश्तेदार उसे गुरुवार को गेट तक छोड़कर गए थे. फिलहाल उसकी तलाश शुरू कर दी गई है. जबकि सभी जिलों की पुलिस को भी अलर्ट किया गया है. 


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