Chhattisgarh News: बिना परीक्षा दिए ही बन गई थी टॉपर, पूरे मामले में बृजमोहन अग्रवाल ने लिया बड़ा एक्शन
Chhattisgarh Sanskrit Vidya Mandal: संस्कृत विद्या मंडल में गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की गई है. इस मामले में संस्कृत विद्या मंडल की सचिव अलका दानी की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर दी गई है.
Sanskrit Board Exam: छत्तीसगढ़ में संस्कृत विद्या मंडल परीक्षा की प्रवीण्य सूची में गड़बड़ी को लेकर शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. इस मामले में गड़बड़ी करने वालों को बर्खास्त कर दिया गया है. बता दें कि संस्कृत विद्या मंडल की सचिव अलका दानी की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर दी गई है. वहीं परीक्षा के प्रभारी सहायक निदेशक को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही गड़बड़ियों की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. जांच कर एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी गई है.
पूरे मामले में बृजमोहन अग्रवाल ने लिया बड़ा एक्शन
जारी आदेश के मुताबिक छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्या मंडल की सचिव अलका दानी की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर दी गई है. वहीं परीक्षा के प्रभारी सहायक निदेशक को निलंबित कर दिया गया है.
जानिए पूरा मामला
बता दें कि संस्कृत विद्या मंडल की ओर से जारी टॉपर लिस्ट में एक छात्रा ऐसी भी थी जिसने परीक्षा ही नहीं दी थी. रिजल्ट आने के बाद से ही संस्कृत विद्या मंडल चर्चाओं में बना हुआ है. दरअसल हाल में ही संस्कृत बोर्ड ने 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी किया था. इस रिजल्ट के बाद बच्चों में काफी ज्यादा उत्साह देखने को मिला था. हालांकि 10वीं की टॅापर की लिस्ट में मोहनमती का भी नाम था. मोहनमती को तीसरा स्थान मिला था और उन्हें 83.71 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे. लेकिन सही बात ये है कि वो परीक्षा में बैठी ही नहीं थी. जब ये बात अन्य छात्रों को पता चली तो चारो तरफ हड़कंप मच गया.
नई लिस्ट हो सकती है जारी
छत्तीसगढ़ संस्कृत बोर्ड के अनुसार मोहनमती का फॅार्म तकनीकी कारणों की वजह से पहले रिजेक्ट किया जा चुका है. इसकी वजह से वो परीक्षा नहीं दी पाई थी. जबकि मेरिट लिस्ट में जो रोल नंबर मोहनमती का बताया गया था वो उनका न होकर दूसरी छात्रा का है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम रायपुर की सचिव अलका दानी ने कहा कि कक्षा पूर्व मध्यमा प्रथम वर्ष नौवीं से उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष 12वीं तक का वर्ष 2024 का परीक्षा परिणाम 15 मई को घोषित किया गया था. अब ऐसा मामला सामने आने के बाद सचिव का कहना है कि इसमें जो त्रुटियां पाई गई हैं उसे देखते हुए ये लिस्ट निरस्त की जाती है. अब विद्यामंडल द्वारा नई लिस्ट जारी की जाएगी. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी की मंडल की तरफ से जारी होने वाली लिस्ट में किस तरह से रिजल्ट सामने आता है.