CG Politics: छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलने से गरमाई राजनीति, `आदिवासी` अपमान के लगे आरोप
बुधवार रात अचानक छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ. प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता और विधायक मोहन मरकाम की जगह बस्तर से लोकसभा सांसद दीपक बैज को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई है. इसे लेकर प्रदेश में चुनावी बाजार गर्म हो गया है.
CG Congress State President Change: बुधवार रात अचानक छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव हुआ. प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता और विधायक मोहन मरकाम की जगह बस्तर से लोकसभा सांसद दीपक बैज को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी दे दी गई है. इसे लेकर प्रदेश में चुनावी बाजार गर्म हो गया है. BJP ने इसे लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है. छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मोहन मरकाम के लिए इसे अपमान करार दिया है.
अरुण साव ने साधा निशाना
दीपक बैज को नया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा- दीपक बैज हमारे सांसद साथी हैं. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बनने पर मैं उन्हें बधाई देता हूं, लेकिन जिस प्रकार से कांग्रेस पार्टी ने मोहन मरकाम को पद से हटाया है यह न केवल मोहन मरकाम का अपमान है बल्कि एक आदिवासी बेटे का भी अपमान है. उन्होंने अपने सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया इस कारण से उन्हें पद से हटाना पड़ा और लगातार मोहन मरकाम को कांग्रेस के अंदर अपमानित होना पड़ा. उनके संवैधानिक अधिकारों का अधिकारों का उपयोग उन्हें करने नहीं दिया.उनके किए गए नियुक्ति को निरस्त कराने का काम किया और अंततः भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार को सजग करने के कारण उन्हें अपमानित होकर कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटना पड़ा है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा- गुटबाजी का नतीजा
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बदलाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री को संगठन में अपना यसमेन चाहिए इसलिए दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. मोहन मरकाम को हटाकर दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाना कांग्रेस की चरम पर पहुंची गुटबाजी का नतीजा है. इससे कांग्रेस में गुटबाजी और बढ़ेगी.
2019 में नियुक्त हुए थे मोहन मरकाम
जून 2019 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बस्तर से आने वाले आदिवासी नेता और विधायक मोहन मरकाम को तत्काल प्रभाव से छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया था. अब 4 साल बाद उन्हें इस पद से हटाया गया है. हालांकि, अप्रैल के महीने में ही चर्चाएं होने लगी थी कि सांसद दीपक बैज को प्रदेश का अगला अध्यक्ष बनाया जा सकता है.