रायपुरः मोदी सरकार के बजट को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिशाहीन बजट बताया था. जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कैपिटल फंड, इंफ्रास्ट्रक्चर फंड में ग्रोथ है तो अपने आप रोजगार के नए अवसर बनेंगे, नई यूनिवर्सिटी बनेगी, नई सड़क बनेगी, नई रेलवे लाइन बनेगी. इसी से ही रोजगार के अवसर प्रदान होंगे. लेकिन यहां के मुख्यमंत्री को इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी नहीं है. उन्होंने छत्तीसगढ़ में इंफ्रास्ट्रक्चर को जीरो कर दिया. 


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वे क्या करेंगे रोजगार की बात 
रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ''इन्हें राहुल गांधी के सिवाय कुछ नहीं दिखता है, वो जनता को नहीं राहुल गांधी को खुश रखने की लड़ाई लड़ रहे हैं. वे  रोजगार की क्या बात करेंगे. ये घर-घर शराब पहुंचाने के लिए रोजगार दे रहे हैं, गोबर से छेंना बनाने के लिए रोजगार दे रहे है.''


किसी युवक को नहीं मिला रोजगार
रमन सिंह ने कहा कि ''छत्तीसगढ़ में रोजगार बड़ा मुद्दा है, लेकिन छत्तीसगढ़ में 3 साल में एक भी नवयुवक को रोजगार नहीं मिला. 14 हजार शिक्षक भर्ती में से लगभग आधे लोगों को आज भी रोजगार नहीं मिला. लेकिन मुख्यमंत्री को इससे फर्क नहीं पड़ता.''


बघेल ने बताया था दिशाहीन बजट 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ''केंद्र सरकार द्वारा जारी बजट पूरी तरह से निराशजनक है. बजट को लेकर आम लोगों की बड़ी उम्मीद थीं. कि किसानों, मजदूरों, युवाओं, बेरोजगारों को कुछ मिलेगा. लेकिन बजट में ऐसा कुछ भी नहीं है. पुराने बजट में जिन विषयों को शामिल किया गया था, उनके बारे में कोई प्रावधान नहीं है. पिछले बजट में 100 स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही थी, वो भी पूरा नहीं हो रहा है. उन्होनें कहा कि  किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने वाला केंद्र सरकार का बजट खोखला साबित हो रहा है.'' उनकी इस प्रतिक्रिया पर ही रमन सिंह ने पलटवार किया. 


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