रजनी ठाकुर/रायपुरः छत्तीसगढ़ में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी ने अभी से ही चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. दरअसल बीजेपी ने 76 विधानसभा के लिए प्रभारी तय कर दिए हैं. हालांकि अभी इनके नामों की घोषणा नहीं की गई है लेकिन जल्द ही पार्टी इन नामों को सार्वजनिक कर सकती है. ऐसी खबरें आ रही हैं कि 14 विधानसभा में भाजपा विधायक जिम्मा संभालेंगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल भाजपा हाई कमान के निर्देश पर अब भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को संगठित कर राज्य सरकार की नाकामियों को घर-घर पहुंचाने की तैयारी कर रही है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णदेव साय ने बताया कि भाजपा ने 76 विधानसभा के लिए प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं. इनमें 14 विधायकों को जिम्मेदारी दी गई है. 


इससे पहले बीजेपी ने लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा संवाद करने की योजना बनाई थी. सत्ता में वापसी के लिए भाजपा जनता के बीच जाकर मोदी सरकार में किए गए विकास कार्यों की जानकारी पहुंचाएगी. साथ ही कांग्रेस सरकार की असफलताओं को भी जनता के बीच ले जाया जाएगा. बीजेपी जनता को बताएगी कि किस तरह से कांग्रेस के शासनकाल में राज्य का विकास रुक गया है. 


आदिवासी क्षेत्रों पर फोकस
छत्तीसगढ़ में आदिवासी मतदाताओं को सत्ता की कुंजी माना जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को आदिवासी इलाकों में तगड़ा झटका लगा था. सरगुजा संभाग में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी. ऐसे में बीजेपी इस बार आदिवासी इलाकों पर काफी फोकस कर रही है. इसी रणनीति के तहत बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी बार-बार बस्तर का दौरा कर रही हैं. 


साथ ही बीजेपी संगठन के विस्तार के लिए पार्टी विस्तारकों की नियुक्ति करेगी, जो 10 दिन बूथ पर रहकर उस बूथ को 100 घंटे देंगे. इसके अलावा सरकार ने अपने विधायकों को सरकार को घेरने के निर्देश दिए हैं. अपराध, नशा, रेत माफिया, अभिव्यक्ति की आजादी और आदिवासियों के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरने की योजना बना रही है.