रायपुर में BJP कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प में 15 पुलिसकर्मियों के घायल होने का दावा, मामले ने पकड़ा तूल
BJP Protest in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में बीजेपी (BJP)की तरफ से किए जा रहे प्रदर्शन में हुई झड़प में लगभग 15 पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी बात सामने आ रही है. इसके अलावा इसमें कई भाजपा कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं. बता दें कि कांग्रेस सरकार (Chhattisgarh Congress Goverment) के खिलाफ भाजपा प्रदेश व्यापी प्रदर्शन (BJP Protest) कर रही थी.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur News) में पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में 15 पुलिस कर्मियों के भी घायल होने की खबर आ रही है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के प्रयास में लगी पुलिस के स्मोक से बीजेपी कार्यकर्ता (BJP worker) भी घायल हुए हैं. मामले के बाद प्रशासन ने विधानसभा के आस पास धारा 144 लगा दी है. देखिए क्या है पूरा मामला
बीजेपी कार्यकर्ता कर रहे थे प्रदर्शन
राजधानी रायपुर में बीजेपी कार्यकर्ता कांग्रेस सरकार के खिलाफ विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे. हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे. जिसको रोकने का प्रयास प्रशासन कर रहा था लेकिन बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ उग्र हो गई और बैरिकेडिंग भी तोड़ दी. जिसके बाद प्रशासन ने स्मोक बम का इस्तेमाल किया जिससे कई भाजपा कार्यकर्ता घायल हुए हैं.
घायल हुए पुलिसकर्मी
विधानसभा की तरफ बढ़ रहे भाजपा के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया. इसके लिए प्रशासन के बढ़े अधिकारी प्रदर्शन कारियों को समझाने का भी प्रयास किए लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं सुनी. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस के साथ धक्का मुक्की की गई.
जिसकी वजह से एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला, राहुल देव शर्मा, सीएसपी कोतवाली योगेश साहू, डीएसपी ट्रैफिक गुरजीत सिंह, थाना प्रभारी आज़ाद चौक नीतेश ठाकुर सहित लगभग 15 से 20 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं. इसके अलावा कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने सरकार संपत्ति को भी हानि पहुंचाने का काम किया है.
भाजपा ने दिया बयान
मामले के बाद छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि इससे भाजपा कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं. यह कांग्रेस की बर्बरता है. बता दें कि ये बातें अध्यक्ष ने घायल हुए कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के दौरान कही. बीजेपी कार्यकर्ता पूरे प्रदेश के अलग-अलग जिलों और विधानसभा इलाकों में मोर आवास मोर अधिकार अभियान चला रही थी. जिसके तहत ये प्रदर्शन किया जा रहा था.