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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन प्रदेश की सियासत में यह मुद्दा रह-रहकर उठता रहता है. नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने पार्टी की हार की वजह कांग्रेस नेताओं की आपसी कलह को बताया है. महंत का कहना है कि नेताओं में फूट की वजह से कांग्रेस को लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हार मिली थी. वहीं उन्होंने कांग्रेस संगठन में भी बदलाव के संकेत दे दिए हैं. 


छत्तीसगढ़ में कांग्रेस एकजुट होकर नहीं लड़ी 


बिलासपुर पहुंचे कांग्रेस नेता चरणदास महंत ने कहा 'विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी के अंदर एकजुटता नहीं थी. फूट की वजह पार्टी को नुकसान हुआ. महंत ने राज्य के सीनियर नेताओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव में नहीं उतरे, जिससे कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. महंत ने कहा कि यह बात हम भी मानते हैं और पार्टी के कार्यकर्ता भी यह बात मानते हैं. बता दें कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था. 


संगठन में होगा बदलाव 


वहीं छत्तीसगढ़ की कांग्रेस कमेटी के संगठन में लंबे समय से बदलाव की अटकलें चल रही है. इस बात के संकेत अब चरणदास महंत ने भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में संगठनात्मक बदलाव होने चाहिए और हार की समीक्षा भी होनी चाहिए. इस बार हम सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और राज्य में फिर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे. इसी संकल्प के साथ में आगामी नगर निकाय और पंचायत के चुनाव में जनता के बीच जाएंगे. 


ऐसे में अब नेता प्रतिपक्ष के इस बयान से निश्चित तौर पर पार्टी के अंदर खलबली मचेगी तो वही चुनाव में हार को लेकर जो समीक्षा रिपोर्ट तैयार हुई है उसे और भी नेता प्रतिपक्ष का या बयान कहीं ना कहीं कई चीजों को जन्म दे रहा है. बता दें कि हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी बैठक हुई थी, जिसमें राज्य के सभी बड़े नेता शामिल हुए थे. बता दें कि लोकसभा चुनाव में राज्य की 11 में से 10 सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है. जबकि विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था. केवल कोरबा लोकसभा सीट पर चरणदास महंत की पत्नी ने जीत हासिल की थी. 


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