Chhattisgarh के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि, अब मिलेगा बेस्ट इनलैंड स्टेट का पुरस्कार; CM बघेल हुए खुश
Chhattisgarh got Best Inland State national award: अपने कामों से देशभर में ख्याति कमाने वाले छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों में एक और पुरस्कार जुड़ गया है. अब प्रदेश को बेस्ट इनलैंड स्टेट ( Best Inland State ) का पुरस्कार मिला है. जानिये क्या होता है ये सम्मान और क्यों दिया जाता है.
Chhattisgarh: रायपुर। लगातार अपने नाम पुरस्कार की श्रंखला बनाने वाले छत्तीसगढ़ को एक और राष्ट्रीय पुरस्कार ( national award ) मिलने जा रहा है. इस बार प्रदेश को मत्स्य पालन ( Fisheries / matsya palan ) के लिए बेस्ट इनलैंड स्टेट ( Best Inland State ) के सम्मान के लिए चुना गया है. राज्य के नाम के सेलेक्शन होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( CM Bhupesh Baghel ) और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ( Ravindra Choubey ) प्रदेश की जनता, अधिकारियों और सरकार को बधाई दी है. ये सम्मान 21 नवंबर को केन्द्र शासित प्रदेश दमन में दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
सम्मान की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा 'छत्तीसगढ़ की झोली में एक और राष्ट्रीय पुरस्कार मत्स्य पालन के लिए मिला बेस्ट इनलैण्ड स्टेट का पुरस्कार, मत्स्यपालन विभाग के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं.
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क्यों दिया जाता है ये सम्मान
छत्तीसगढ़ मत्स्यपालन विभाग के अफसरों ने बताया कि यह पुरस्कार विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड द्वारा दिया जाता है. इस साल ये कार्यक्रम केंद्रे शासित प्रदेश दमन में आयोजित हो रहा है. इस समारोह में केंद्रीय मत्सपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला एवं राज्य मंत्री संजीव कुमार बाल्यान शामिल होंगे. यहां छत्तीसगढ़ को बेस्ट इनलैण्ड स्टेट का सम्मान दिया जाएगा.
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छत्तीसगढ़ में लगातार हो रहा है काम
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है. गोधन न्याय योजना इसका सबसे सटीक उदाहरण हैं. इसके साथ ही अलग-अलग विभाग कई ऐसे योजनाएं चला रहे हैं, जिससे ग्रामीणों की आय बढ़े और राज्य का विकास हो. इन्हें में से केंचुआ खाद उत्पादन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, खाद्य प्रसंस्करण जैसी गतिविधियां शामिल हैं. इससे गौठान की महिला स्वयं सहायता समूहों और युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है.