ये है छत्तीसगढ़ का `केदारनाथ धाम`, 117 पुराने इस शिव मंदिर में पूरी होती है हर मनोकामना
Chhattisgarh kedarnath dham temple: छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला स्थित सिद्ध बाबा पहाड़ पर केदारनाथ मंदिर की तर्ज में बन रहे मंदिर 80 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है. 1000 फीट की पहाड़ी पर स्थित ये मंदिर 117 साल पुराना है. कहा जाता है कि इस मंदिर में हर मनोकामना पूरी होती है.
सरवर अली/कोरिया: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला मुख्यालय में स्थित सिद्ध बाबा पहाड़ पर केदारनाथ मंदिर (kedarnath mandir) की तर्ज पर 1 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. मंदिर का 80 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. निर्माण कार्य पूरा होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसका लोकार्पण करेंगे.
मंदिर की खासियत
सिद्ध बाबा पहाड़ पर स्थित ये मंदिर करीब 1000 फीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित है. से मंदिर 117 साल पुराना बताया जाता है. यहां कोयला खदानों में काम करने आए मजदूरों ने इसका निर्माण किया था. जिसके बाद से यहां हर साल मकर संक्रांति पर मेले का आयोजन किया जाने लगा. अब मंदिर का निर्माण होने के बाद यहां एक साथ 500 भक्त बाबा के दर्शन कर पाएंगे.
बता दें कि मंदिर निर्माण के लिए उत्तरप्रदेश से ईंटें मंगाई गई हैं. सिद्धबाबा धाम में शिव जी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. 20 फरवरी 2019 से मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, बीते तीन साल में 80 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है. अब मंदिर में रंगरोगन समेत सजावट का काम चल रहा है.
2019 में शुरू हुआ था निर्माण
समिति मंदिर के अध्यक्ष मनोज कक्कड़ ने बताया कि 1000 फीट की पहाड़ों की ऊंचाई है. 2019 से मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. सबसे पहले पहाड़ों को काटकर रास्ता बनाया गया फिर रोड का निर्माण किया गया है. मंदिर के निर्माण कार्य के लिए उड़ीसा के कारीगर काम कर रहे हैं. संगमरमर के लिए राजस्थान से कारीगर बुलाए गए हैं. इसका गुम्मद 51 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है. मंदिर का निर्माण पूरा होने पर एक साथ 500 भक्त बाब के दर्शन कर सकेंगे.
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लोगों को मिलेगा रोजगार
वहीं भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों ने बताया कि मंदिर का निर्माण पूरा होने पर मुख्यमंत्री के द्वारा इसका लोकार्पण कराया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंदिर सरगुजा संभाग के लिए भव्य रूप है. यहां भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने पहुंचेंगे. जिसे पर्यटक को बढ़ावा मिलेगा और यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
बुजुर्ग भी कर सकेंगे दर्शन
मंदिर सदस्य शिव यादव ने बताया कि प्राचीन काल से ऊंची पहाड़ी में ग्राम देवता के तौर पर सिद्ध बाबा का मंदिर स्थापित है. पगडंडी रास्ते होने के चलते यह युवा वर्ग के लोग 1000 ऊंचाई पर बने मंदिर की पूजा करने पहुंचते थे. मकर संक्रांति के पावन पर्व पर भी यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिये पहुंचे. लेकिन रास्ता नही होने के कारण बुजुर्ग यहां दर्शन करने नहीं पहुंच पाते थे. अब सड़क निर्माण कार्य के बाद इस भव्य मंदिर केदारनाथ की तर्ज में बनने से लोग भगवान भोलेनाथ के बुजुर्ग भी दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंच रहे हैं.
हर मनोकामना होगी पूरी
वहीं मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर सिद्धेश्वर महाराज का है. यहां लोग अपनी मनोकामना के लिए आते हैं. बड़े दूरदराज से लोग यहां पहुंचते है और सिद्धेश्वर महाराज सभी की मनोकामना पूरी करते हैं. वहां पहुंची महिला भक्त ने बताया कि सिद्ध बाबा पहाड़ पर बन रहे केदारनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ की आस्था है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.