Chhattisgarh News: देश भर में अंधविश्वास से निजात पाने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है. लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. हालांकि महासमुंद जिले से एक बार फिर अंधविश्वास से जुड़ी खबर सामने आई है. बता दें कि जिले के बसना ब्लॉक के एक गांव में एक बाबा निःसंतान महिलाओं कों नींबू खिलाकर संतान प्राप्ति का दावा करता था, बाबा का दरबार भी लगता था जिस पर कार्रवाई की गई और दरबार को बंद कराया गया. जानिए क्या है पूरा मामला. 


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क्या है मामला 
दरअसल महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक का ग्राम बूटीपाली इन दिनों चर्चा में हैं, यहां एक बाबा निःसंतान महिलाओं कों नींबू खिलाकर संतान प्राप्ति का दावा करते हैं. हर मंगलवार और शनिवार को बाबा का दरबार लगता था. बाबा क दरबार में हजारों की संख्या में लोग आते थे. दरबार के दौरान बाबा पीतांबर जगत निःसंतान महिलाओं कों नींबू और मदार का फूल देते थे. साथ ही साथ ये दावा करते थे कि इसे खाने के बाद महिलाएं प्रेग्नेंट हो जाती हैं. 


मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि बीते नवरात्रि से जिन कपल को बच्चे नहीं रहते थे वो संतान प्राप्ति के लिए बाबा के दरबार में पहुंचते थे. सुबह से लेकर शाम तक तो कभी शाम से लेकर रात तक लोगों की भीड़ रहती थी. यहां आस- पास के जिले के लोग भी आते थे, पूरे गांव में गाड़ियों की कतारें लगती थी. 


लिखा गया लेटर
बाबा के इस दावे को देखते हुए अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने महासमुंद कलेक्टर प्रभात मालिक को पत्र लिखकर शिकायत की थी, इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और बाबा का दरबार बंद करवाया, इसके बाद आपस में चर्चा करते हुए बाबा ने कहा कि 15 साल कि उम्र से जड़ी बूटी से इलाज कर रहा हूं, लोग अपनी श्रद्धा से आते हैं और अपना इलाज करवाते हैं. पिछले नवरात्रि से माता रानी के आशीर्वाद से निःसंतान दम्पतियों कों संतान प्राप्ति के लिए मदार फूल और नींबू देकर आशीर्वाद देता हूं. लोग अपनी श्रद्धा अनुसार चढ़ावा देते थे, हालांकि प्रशासन की कार्रवाई के बाद दरबार नहीं लग रहा है. बता दें कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग नींबू से प्रग्नेंट होने की प्रमाणिकता की जानकारी चाही, लेकिन बाबा से कोई जानकारी नहीं मिलने पर दरबार को बंद कराया है.