शैलेन्द्र सिंह ठाकुर/ बिलासपुर:  छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) के बिलासपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है. जिले के मस्तूरी क्षेत्र के इटवा पाली में स्थित ऐतिहासिक मंदिर से 10वीं - 11वीं शताब्दी की दुर्लभ भंवर गणेश की 2 करोड़ रुपए की कीमत वाली काले ग्रेनाइट की मूर्ति चोरी हो गई है. ग्रामीणों के अनुसार आज सुबह जब मंदिर का दरवाजा खोलने गए तो देखा कि ताला टूटा हुआ था. इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस (Bilaspur Police) मामले की जांच करने में जुट गई है. 


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मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि भंवर गणेश की मूर्ति की कीमत 2 करोड़ रुपए है. इस मूर्ति का वजन 65 किलो ग्राम बताया जा रहा है, जबकि इसकी लंबाई 3 फीट बताई जा रही है. बता दें कि इस मंदिर में चार बार पहले भी चोरी हो चुकी है. 


क्या है मूर्ति की विशेषता 
इटवा पाली स्थित भंवर गणेश मंदिर की मूर्ति ग्रेनाइट की दुर्लभ मूर्ति है. जो मल्हार स्थित डिडनेश्वरी देवी की समकालीन है.  सातवीं से दसवीं सदी के बीच के विकसित मल्हार की मूर्तिकलाओं में भंवर गणेश को भी प्रमुख माना जाता है. मल्हार में बौद्ध स्मारकों  और प्रतिमाओं का निर्माण इस काल की विशेषता माना जाता है.  


मल्हार के आसपास कई प्राचीन मंदिरों के अवशेष मिलते हैं और यह एक महत्वपूर्ण पुरातत्व स्थल है. इसी मंदिर में चार बार पहले भी चोरी हो चुकी है. पहली बार 2004 में प्रतिमा की चोरी हुई लेकिन चोर जिले से बाहर जा नहीं पाए थे. इसके बाद अप्रैल 2006 को मूर्ति की चोरी हुई. 2007 में भी मंदिर से मूर्ति चोरी की कोशिश हुई थी और 26 अगस्त 2022 को चोरी हुई थी. अब एक बार फिर चोरों ने मूर्ति को चोरी किया है. जानकारी के बाद पहुंची पुलिस छानबीन करने में जुट गई है इसके तहत पुलिस छानबीन कर रही है. स्थानीय लोगों की मानें तो पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी है इसके बावजूद भी पुलिस ने कोई कठोर कदम नहीं उठाया था.