अविनाश पटेल/सक्ती:आज हम आपको छत्तीसगढ़ के एक ऐसे आदर्श ग्राम (Ideal Village of Chhattisgarh) के बारे में बताते हैं. जहां पर ग्रामीणों की एकता की वजह से गांव में किसी भी तरह का नशापान पदार्थ यानी गुटखा-शराब बिक्री नहीं बिकते हैं और बेचने पर ₹20,000 तक का जुर्माना है. साथ ही साथ ग्रामीणों की इस सरकार में छेड़खानी और चोरी जैसी घटनाओं पर भी पूरी तरह से अंकुश लगा हुआ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सक्ती जिले के परसाडीह में छिड़ी मुहिम
दरअसल, सक्ती जिले के परसाडीह में अपने गांव को एक आदर्श ग्राम बनाने के लिए वहां लोगों ने एक मुहिम छेड़ी है. इसके लिए उन्होंने आपस में मिल कर ग्राम में भय मुक्त व्यवस्था बनाने नियम बनाए गए हैं. इस ग्राम को आदर्श मानकर. अब अन्य गांव वाले भी इस ग्राम की सराहना कर रहें हैं.


तम्बाकू युक्त सामाग्री देने पर जुर्माना
बता दें कि ग्राम में नाबालिक बच्चों को तम्बाकू युक्त सामाग्री देने पर दुकान वालों के ऊपर पांच हजार का जुर्माना लगाया जाता है. वहीं अगर शराब बेचते पाए गए तो दंड के रूप में बीस हजार रुपये तक का प्रावधान ग्राम पंचायत द्वारा रखा गया है. ग्रामीणों का लक्ष्य है कि ग्राम में अपराध एवं नशापान को कम किया जा सके.


नशाखोरी को लेकर काफी परेशान थे ग्रामीण
दरअसल, ग्रामीण इससे पूर्व ग्राम में नशाखोरी को लेकर काफी परेशान थे. जिससे ग्रामीणों ने अपने नियम बनाकर इसको नियंत्रित करने प्रयास किया है. इसके साथ ग्राम की सड़कों की सफाई,तालाबों में जलभराव,स्वास्थ्य को लेकर भी जागरूकता बढ़ाई जा रही है. साथ ही यहां चोरी,छेड़छाड़, अन्य अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए गांव में कड़े कानून बनाए गए हैं.


यहां खर्च होती है दंड की राशि 
सबसे खास बात ये है कि इस कानून पर ग्रामीणों का भी पूर्ण समर्थन मिलते देखने को मिल रहा है.वहीं इस दंड की राशि को आवश्यकता अनुसार ग्राम पंचायत की विकास कार्यों में खर्च कर दिया जाता है.सच है अगर ऐसे ही सभी ग्राम एकजुट हों तो ग्राम सुराज की कल्पना की जा सकती है.