रायपुर: छत्तीसगढ़ सरपंच संघ का आंदोलन तेज होने लगा है. बुधवार को अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सरपंच संघ के सदस्यों से राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब स्थिति धरना स्थल में आंदोलन कर शक्ति प्रदर्शन किया. इसके बाद सभी सरपंच मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकले, जहां उन्हें प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन वो उसे तोड़ते हुए आगे बढ़ने लगे. इसके बाद पुलिस जवानों और पुलिस कर्मियों के बीच में जमकर धक्का मुक्की हुई.


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मुख्यमंत्री निवास का घेराव करनी की कोशिश
बूढ़ातालाब स्थिति धरना स्थल से अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे सरपंच मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सरपंचों को रोकने के लिए सप्रे स्कूल के सामने बैरिकेडिंग की, लेकिन सरपंचों ने बैरिकेडिंग को तोड़ दी औक आगे निकल गए. इसके बाद सरपंचों और पुलिस जवानों के बीच जमकर धक्का मुक्की भी हुई.


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मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
इस दौरान मौके पर एसडीएम, अपर कलेक्टर के साथ ही SSP मौके पर पहुंचे और किसी तरह प्रदर्शनकारी सरपंचों को शांत करवाया. सरपंच संघ के प्रदेशाध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने कहा कि सरपंच निधि 10 लाख रुपए करने, कोरोना काल की वजह से 2 साल कार्यकाल बढ़ाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया है. प्रशासन ने 10 दिनों का समय मांगा है. उसके बाद भी अगर मांग पूरी नहीं होती है तो वो उग्र प्रदर्शन करेंगे.


प्रदर्शन में इन मांगों पर दिया गया जोर
सरपंचों की 11 सूत्रीय मांगों में सरपंचों का मानदेय 20 हजार करने, पंचों का मानदेय 5 हजार रुपए करने, सरपंचों को आजीवन 10 हजार पेंशन, महामारी के कारण सरपंचों का कार्यकाल 2 साल बढ़ाए जाने जैसी मांगें शामिल हैं. सरपंच संघ इससे पहले भी प्रदेश के कई हिस्सों में अपनी मांगों के लेकर प्रदर्शन करता रहा है. अब इन्होंने अपनी आवाज उठाने के लिए राजधानी रायपुर को चुना है. अब देखना होगा का इनके इस प्रदर्शन का असर क्या होता है.