रुपेश गुप्ता/रायपुर: अपनी दरियादिली के कारण हमेशा चर्चा में रहने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर आपना वादा निभाया है. उनके वादे के कारण एक गरीब मां की जिंदगी मे नई रोशनी की उम्मीद जाग गई है. सीएम के वादे के अनुसार, बलरामपुर की दृष्टिहीन बहनें चंदा और रिया इलाज के लिये चेन्नई के प्रख्यात शंकरा नेत्रालय अस्पताल पहुंच गईं हैं.


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चेन्नई में इलाज जारी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वादे के मुताबिक बलरामपुर जिले के बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली दृष्टिहीन बहनें चंदा और रिया इलाज के लिये चेन्नई के प्रख्यात शंकरा नेत्रालय अस्पताल पहुंच गईं हैं. शुक्रवार को नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टरों के निर्देशन में दोनों बच्चियों की आंखों की प्रारंभिक जांच हुई. वहां के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चियों को जेनेटिक बीमारी है, जिसके लिए और भी विस्तृत जांचों की जरूरत है.


मुख्यमंत्री ने किया था वादा
आपको बता दें कि 5 मई को बलरामपुर के आरागाही गांव के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में आर्थिक रूप से कमजोर अनती देवी मुख्यमंत्री से अपनी दोनों दृष्टिहीन बच्चियों की सहायता की मांग करते हुए रो पड़ी थीं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवेदनशीलता दिखाते हुए अनती देवी से कहा था कि आप चिंता ना करें, आपके बच्चों के इलाज में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.


एम्स के बाद भेजा गया चेन्नई
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चंदा और रिया को सबसे पहले जांच के लिये रायपुर एम्स लाया गया. जहां डॉक्टरों ने चेन्नई के प्रख्यात शंकरा नेत्रालय जाने हेतु अनुशंसा की. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ दोनों बच्चियों को परिवार सहित चेन्नई भेजा गया है. डॉक्टरों का कहना है कि अभी प्रारंभिक जांच की गयी है शनिवार को यूएसजी, ईआरजी, एलवीए-1, ग्लूकोमा के विस्तृत जांच करायीं जाएंगी, उसके बाद ही तय किया जाएगा कि क्या इलाज करना है.


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