Godhan Nyay Yojana: रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य लगातार विकास की राह में आगे बढ़ रहे हैं. यहां की गोधन न्याय योजना लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के साथ किसानों और ग्रामीणों को जीवन बदल रही है. इससे जुड़े अब एक सुविधा सरकार देने जा रहा है. इस संबंध में मंगलवार को किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है. उन्होंने कहा कि अब गौठानों को सोलर ड्रायर उपलब्ध कराए जाएंगे.


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क्यों दिए जाएंगे सोलर ड्रायर?
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौठानों में सोलर ड्रायर उपलब्ध कराए जाएंगे. धमधा और पत्थलगांव में टमाटर के बड़े पैमाने पर उत्पादन को देखते हुए इन क्षेत्रों के गौठानों में टमाटर को सूखा कर विक्रय का काम प्रारंभ किया जा सकता है. इसी तरह अन्य स्थानों में छत्तीसगढ़ की भाजियों को सूखा कर उनके विक्रय की शुरूआत की जा सकती है. इस नये कार्य से भी किसानों और समूहों की आय बढ़ेगी.


नए उद्यमों के लिए मिलेगी सहायता
किसानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना और रूरल इंडस्ट्रियल पार्क ग्रामीणों को आय और रोजगार उपलब्ध कराने की एक सफल योजना के रूप में जल्द ही देश और दुनिया के सामने होगी. लोगों से इन योजनाओं के प्रति भारी समर्थन मिल रहा है. स्थानीय संसाधनों और बाजार की मांग के अनुरूप ग्रामीणों और स्व-सहायता समूहों को उपयोगी और लाभप्रद लघु और कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिए सहायता उपलब्ध कराई जाएगी.


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50 प्रतिशत गौठान स्वावलंबी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 10,894 स्वीकृत गौठानों में से 9,591 गौठानों का निर्माण पूरा हो चुका है. हमारे लगभग 50 प्रतिशत गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, 4,564 स्वावलंबी गौठानों ने अपनी स्वयं की राशि से अब तक 35.19 करोड़ रुपए के गोबर की खरीदी की है. इस मौके पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हमारे गौठानों में अब गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना साकार होती दिख रही है.


स्वावलंबी गौठान सरकार से आगे
पिछले पखवाड़े में खरीदे गए गोबर के एवज में गोबर विक्रेताओं को आज भुगतान की गई 4.59 करोड़ रुपए की राशि में से 1.76 करोड़ रुपए का भुगतान कृषि विभाग द्वारा किया गया, जबकि 4564 स्वावलंबी गौठानों ने अपने संसाधनों से गोबर खरीदी के एवज में 2.83 करोड़ रूपए का भुगतान किया है.


प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट शुरू
कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि प्रदेश के 25 जिलों के 37 गौठानों में गोबर से प्राकृतिक पेंट बनाने की 37 यूनिटें इस माह के अंत तक स्थापित हो जाएंगी. वर्तमान में रायपुर और दुर्ग जिले में 2-2 और कांकेर में 01 प्राकृतिक पेंट बनाने की यूनिट में उत्पादन शुरू हो गया है. 8997 लीटर उत्पादित प्रकृतिक पेंट में से 3307 लीटर की बिक्री से स्व-सहायता समूहों को 7 लाख 2 हजार 30 रुपए की आमदनी हुई.


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गौमूत्र से महिला समूहों की आय बढ़ी
96 गौठनों में 4 रुपए लीटर में 1 लाख 15 हजार 423 लीटर गौमूत्र की खरीदी की गई है. जिससे बनाए गये कीटनाशक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत की बिक्री से महिला स्व-सहायता समूहों को 22.43 लाख रूपए की आय हुई है. मुख्यमंत्री की पैरा दान की अपील पर किसानों ने गौठनों में 10.32 लाख क्विंटल पैरा दान किया है.


मंगलवार को दिए 7 करोड़ 5 लाख रुपये
मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम गौपालकों, गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को 7 करोड़ 5 लाख रुपये की राशि का अंतरण किया. उन्होंने ये राशि 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय 2.29 लाख क्विंटल गोबर के एवज में उनके खाते में 4 करोड़ 59 लाख रूपए, गौठान समितियों को 1.46 करोड़ रुपए और महिला समूहों के खाते में 01 करोड़ रूपए की लाभांश राशि अंतरित की.


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