रूपेश गुप्ता/रायपुर: कानून व्यवस्था के मसले पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर पलटवार किया है.भूपेश बघेल ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति बने.ये बीजेपी के षडयंत्र और प्रशिक्षण का हिस्सा है.उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग कानून व्यवस्था बिगड़ने के लिए उतावले होते हैं.प्रधानमंत्री के जन्मदिन को सेवा पखवाड़ा बनाने पर भूपेश बघेल ने तंज कसा.उन्होंने कहा कि डीजल पेट्रोल और गैस के दाम कम करे दें.सेवा अपने आप हो जाएगी.


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बता दें कि बीजेपी द्वारा पीएम के जन्मदिन पर पैदा होने वाले बच्चों को रिंग देने के मसले पर भी सीएम ने पार्टी को निशाने पर लिया.उन्होंने कहा कि बीजेपी पूरे देश के बच्चों को रिंग बांटे तमिलनाडु के ही क्यों.भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के पास इतने पैसे हैं कि सांसद-विधायक सबको खरीद रहे हैं तो अंगूठी देने में कौन सी बड़ी बात है.


रमन सिंह के प्रयास असफल थे: सीएम भूपेश बघेल
आदिवासियों के 12 समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया है कि ये केवल आदिवासियों को वोट बैंक समझते हैं और वोट की राजनीति करना चाहते हैं.सीएम ने कहा कि रमन सिंह ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि इससे राजनीतिक लाभ होगा.भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह को 15 साल मौका मिला.उन्होंने प्रयास किया कि नहीं किया, उन्हें नहीं मालूम. रमन सिंह ने जो प्रयास किए वो असफल थे.


सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अपने कार्यकाल में जो प्रयास किए, सफलता उसमें मिली तो बीजेपी के स्थानीय नेता इसमें श्रेय कैसे ले सकते हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि उन्होंने पत्रचार किया,सांवरा समाज के आंदोलन में शरीक हुआ. लगातार आदिवासियों के मात्रात्मक गलती होने से अनुसूचित जनजाति का लाभ ना मिल पाने का मसला उठाया.उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम का धन्यवाद किया कि उन्होंने अनुरोध को स्वीकार किया


बता दें कि आदिवासियों के 12 समुदायों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने के बाद इस फैसले का श्रेय लेने के लिए पूर्व सीएम रमन सिंह ने अपनी लिखी चिट्ठियों को सार्वजनिक कर दिया.एक चिट्ठी में उन्होंने साफ लिखा है कि इस फैसले से बीजेपी को बस्तर से लेकर सरगुजा तक फायदा होगा.ये चिट्ठी रमन सिंह ने 18 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी थी.