रायपुर: गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खातों में सोमवार को CM भूपेश बघेल ने  20.18 करोड़ रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए. ये रकम 16 मई से 31 मई तक गौठानों में क्रय किए गए गोबर के लिए पशुपालकों और गौठान समितियों के अकाउंट में दी गई है. इस योजना के तहत अब तक प्रदेश में गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 518 करोड़ 71 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. 


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15 मई से 31 मई तक की राशि ट्रांसफर 
CM भूपेश बघेल ने सोमवार को 16 मई से 31 मई तक गौठानों में क्रय किए गए गोबर के एवज में पशुपालकों (गोबर विक्रेताओं), गौठान समितियों और महिला स्व-सहायता समूहों को 20.18 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं. इसमें पशुपालकों के 4.91 करोड़ रुपए, गौठान समितियों के 8.98 करोड़ रुपए और स्व-सहायता समूहों के 6.29 करोड़ रुपए शामिल हैं. 


क्या है गोधन न्याय योजना
छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ने  साल 2020 में हरेली पर्व  के मौके पर प्रदेश के किसानों और पशुपालकों से गोबर खरीदने के लिए छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत गौठानों में ग्रामीण पशुपालकों से 2 रुपए किलो गोबर और 4 रुपए प्रति लीटर में गौमूत्र की खरीदी की जा रही है. इसका उपयोग वर्मीकंपोस्ट खाद बनाने के लिए किया जा रहा है. 


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गोधन न्यान योजना का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के पशुपालकों और किसानों को लाभ पहुंचाना है. इससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वह पशुओं की अच्छी से देखभाल कर सकेंगे. इस उद्देश्य के साथ 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व के मौके CM भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी. इस योजना का लाभ पाने के लिए इच्छुक छत्तीसगढ़ सरकार की ऑफिशियल साइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसके बाद गोबर और गौमूत्र के बदले वह पैसे कमा सकते हैं. लाभार्थियों के अकाउंट में हमेशा ऑनलाइन राशि ट्रांसफर की जाती है.