बलि के लिए नहीं दिया चंदा, दबंगों ने 15 परिवारों समेत सरपंच को दिया समाज निकाला!
दबंगों के ऐलान के बाद अब गांव में कोई भी इन परिवारों से बातचीत नहीं करता है. ना ही कोई लेनदेन करता है. इतना ही नहीं गांव की दुकानों से इन परिवारों को कोई सामान भी नहीं बेचा जा रहा है.
सतीश तंबोली/कबीरधामः जिल के एक गांव में मंदिर के लिए चंदा ना देने पर दबंगों ने गांव के 15 परिवारों को समाज से निकाला दे दिया है. पीड़ित परिवार कबीर पंथ को मानने वाले हैं. दबंगों ने ऐलान किया है कि पीड़ित परिवारों से किसी भी तरह का व्यवहार रखने वाले लोगों से 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा. दबंगों ने गांव के सरपंच को भी समाज से निष्कासित कर दिया है. वहीं पीड़ित परिवारों ने दबंगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है.
क्या है मामला
घटना कबीरधाम जिले के गांव ज्ञानपुर का है. गांव में मड़ई मेला लगता है. इस दौरान बकरे की बलि दी जाती है. दबंगों द्वारा बकरा बलि के लिए गांव के सभी घरों से चंदा इकट्ठा किया जा रहा था. इस दौरान गांव में रहने वाले कबीर पंथ को मानने वाले 15 परिवारों ने चंदा देने से मना कर दिया. इस बात से नाराज होकर दबंगों ने इन 15 परिवारों को समाज से निष्कासित करने का ऐलान कर दिया है. साथ ही इन परिवारों से कोई भी व्यवहार रखने वाले लोगों पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाने की बात कही है.
दबंगों के ऐलान के बाद अब गांव में कोई भी इन परिवारों से बातचीत नहीं करता है. ना ही कोई लेनदेन करता है. इतना ही नहीं गांव की दुकानों से इन परिवारों को कोई सामान भी नहीं बेचा जा रहा है. इन दबंगों के सामने गांव के सरपंच की भी नहीं चली और सरपंच को भी बलि प्रथा के लिए पैसा नहीं देने पर सरपंच का भी बहिष्कार कर दिया गया है. हालात ये हैं कि अब पीड़ित परिवारों को रोजमर्रा के सामान के लिए भी अन्य गांवों में जाना पड़ रहा है. हालांकि कबीर पंथ अब इन परिवारों के समर्थन में आ गया है. जिसके बाद इन परिवारों ने दबंगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर दी है. दरअसल कबीरपंथ को मानने वाले लोग बलि प्रथा या जीव हत्या का विरोध करते हैं. यही वजह है कि इन परिवारों ने बलि के लिए चंदा देने से मना कर दिया था.
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने कहा है कि वह इस मामले में पहल करेंगे और गांव जाकर दोनों पक्षों से बातचीत कर समाधान निकाला जाएगा.