देवेन्द्र मिश्रा/धमतरी: बारिश के मौसम में प्रदेश की तमाम रेत खदानें बन्द की गई हैं, लेकिन धमतरी में रेत माफिया और जन प्रतिनिधियों ने सांठगांठ कर ली है और अब गंगरेल बांध के तट से रेत की चोरी शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार, गंगरेल बांध से लगे कोटा भर्री गांव में बाकायदा चेन माउंटेन मशीन से खुदाई हो रही है और हाइवा से परिवहन किया जा रहा है. 


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सम्बंधित विभाग को जरा भी भनक नहीं
बीच शहर से चोरी की रेत निकल रही है, लेकिन इसकी जानकारी सम्बंधित विभाग को जरा भी नहीं है. दरअसल बरसात के मौसम में शासन की ओर से रेत खदाने बंद कर दी जाती है. बावजूद इसके रेत माफिया अपनी मनमानी से बाज नहीं आते हैं. ऐसा ही मामला धमतरी जिले में सुनने को मिल रहा है. जहां रेत माफिया और जन प्रतिनिधियों की सांठगांठ से गंगरेल बांध के तट से रेत की चोरी की जा रही है.


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मशीनों से चल रही खुदाई
खदान में बाकायदा चेन माउंटेन मशीन से उत्खनन किया जा रहा है, लेकिन ताज्जुब है कि इसकी खबर न जल संसाधन विभाग को है. न खनिज विभाग को. न राजस्व को न आरटीओ को और न ही यातायात पुलिस को.


नेता सड़क के नाम पर करवा रहे उत्खनन
गांव के सरपंच ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य और एक नेता ने सड़क बनवाने के नाम पर ये रेत की खुदाई करवा रहा है, जबकि इसके लिए न पंचायत से प्रस्ताव पास हुआ है और न ही जल संसाधन विभाग से अनुमति ली गई है. इस मामले में जिला पंचायत सदस्य ने सफाई देते हुए ये कह दिया कि ग्रामीण खुद अपनी सुविधा के लिए सड़क बना रहे है.


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कलेक्टर ने दिए कार्रवाई के निर्देश
बहरहाल मीडिया के माध्यम से इस अवैध कारोबार की खबर कलेक्टर को मिली. इसके बाद उन्होंने फौरन ही संबंधित विभागों को इसे रुकवाने और कार्रवाई करने के निर्देश दिए है. इस तरह के अवैध खनन न सिर्फ नियमों का उल्लंघन हो रहा है. बल्कि इससे खदानों में काम करने वाले मजदूरों की जान भी खतरे में डाली जा रही है.