पूर्व गृहमंत्री के बिगड़े बोल, कलेक्टर के सामने प्रशासन की टीम को जूते मारने की धमकी
Nankiram Kanwar: छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने अवैध कब्जा हटाने आई जिला प्रशासन की टीम को कलेक्टर के सामने ही धमकी दे डाली. जिससे यह मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है.
Nankiram Kanwar Viral Video: छत्तीसगढ़ में अवैध भूमि कब्जे विवाद के बीच पूर्व गृहमंत्री ने कुछ ऐसा बोला जिस पर हंगामा खड़ा हो गया. मामला कोरबा के कनकी गांव का है. जहां पर प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने गुस्से में जिला कलेक्टर के सामने किसी अधिकारी को जूते से मारने की धमकी दी है. जिसके बाद उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. दरअसल, ग्रामीणों ने शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा करने वालो के खिलाफ कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई. कलेक्टर ने तुरन्त जांच के निर्देश दिए, जांच में दोषी पाए जाने पर राजस्व विभाग ने अवैध कब्जे पर कार्रवाई की थी, जिस पर आग बबूला ननकीराम कंवर ने कहा कि 'अगर आज यहां आ जाए तो जूता नही मारूंगा तो कहना आ जाए बस'
8 अगस्त का बताया जा रहा मामला
ननकीराम कंवर का वायरल वीडियो गुरुवार 8 अगस्त का है. कलेक्टर अजीत वसंत ने ग्रामीणों की शिकायत के बाद तहसीलदार बरपाली को जांच के निर्देश देते हुए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. जब कार्रवाई के लिए प्रशासन की टीम पहुंची तो वहां पर पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर भी पहुंच गए. उन्होंने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर भी तंज कसा. पूर्व मंत्री ने जिला प्रशासन की टीम से कहा कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और इसी के चलते कलेक्टर की यहां पर पोस्टिंग हुई है. जब मैं किसी आदमी को लेकर कलेक्टर के ऑफिस जाता हूं तो कहता है कि आदमी लेकर क्यों आते हो. लेकिन मैं एक जनप्रतिनिधि हूं इस नाते जनता की समस्या सुनने आया हूं.'
कलेक्टर ने दिए थे जांच के निर्देश
कलेक्टर अजीत वसंत को जिले के करतला जनपद के कनकी गांव से शिकायत मिली. शिकायत में ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया है. जिसके बाद कलेक्टर ने शिकायत को गंभीरता से लिया और तहसीलदार बरपाली को जांच करने के लिए कहा था.
वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने विरोध जताया था. जिला प्रशासन की कार्यवाई पर ननकीराम ने नाराजगी जताई. प्रशासनिक टीम की पूर्व गृहमंत्री और अवैध कब्जाधारियों से काफी समय तक नोंक झोंक चली. इसके बावजूद प्रशासनिक टीम ने लगभग 5 एकड़ शासकीय भूमि को कब्जा मुक्त कराया है.
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