पहाड़ी पर हुआ था बैल का शिकार, कैमरे में कैद हुए बाघ और तेंदुआ
Exclusive pictures: एक पहाड़ी पर जब एक बैल का शिकार हुआ तो फॉरेस्ट विभाग ने इस बात का पता लगाने के लिए दो ट्रैपिंंग कैमरे लगाए. जब उन्होंने कैमरे की फुटेज देखी तो वह दंग रह गए. कैमरे में न सिर्फ बाघ दिखा बल्कि तेंदुआ भी दिखा.
रुपेश गुप्ता/चैतुरगढ़: बिलासपुर संभाग के चैतुरगढ़ पहाड़ी पर एक बाघ और एक तेंदुए की मौजूदगी की निशान सामने आये हैं. ये तस्वीरें फारेस्ट में लगे ट्रैप कैमरे से रिकॉर्ड हुई हैं जिसे आप ज़ी मीडिया पर एक्सक्लूसिव देख रहे हैं. इन तस्वीरों को देख इलाके के लोग दहशत में आ गए हैं.
दो ट्रैपिंग कैमरे बुलवाकर लगवाए तो चला पता
दरअसल, वहां एक बैल का जंगली जानवर ने शिकार किया था. ये जानवर कौन था, इसका पता लगाने के लिए फॉरेस्ट ऑफिसर ने अचानकमार रिज़र्व से दो ट्रैपिंग कैमरे बुलवाकर लगवाए.
बाघ और तेंदुए की तस्वीर कैद
जब कैमरे की तस्वीरें सामने आई तो फॉरेस्ट के लोग भौंचक्के रह गए. कैमरे में सिर्फ बाघ नहीं बल्कि तेंदुए की तस्वीर भी कैद हो गयी. यह तस्वीरें 9 सितंबर की है.
बांधवगढ़ से बाघ आने की जताई जा रही संभावना
संभावना जताई जा रही है कि ये बाघ बांधवगढ़ से आया होगा. हालांकि इसका सही पता करने के लिए फोटोग्राफ WII (Wildlife Institute of India) भेजे गए हैं.
जब पालतू जानवरों का हुआ शिकार तो जागा फॉरेस्ट डिपार्टमेंट
दरअसल, जिले के ऐतिहासिक महत्व का धार्मिक और पर्यटन स्थल चैतुरगढ़ की पहाड़ियों में गर्मी के मौसम से एक हिंंसक जानवर के घूमने की खबर आ रही थी. उसकी दहाड़ से ये इलाका थर्राया हुआ था और यहां पालतू पशुओंं का शिकार हो रहा था. बताया जा रहा है कि अचानकमार टाइगर रिजर्व से कुछ जानवर गर्मियों में पानी की तलाश में यहां आते हैं और फिर बारिश में वापस जंगल में चले जाते हैं लेकिन इस बार ये हिंसक जानवर वापस नहीं गए और इलाके में मौजूदगी बनाए हुए हैं. एक दर्जन से अधिक पालतू जानवर इस हिंसक जानवर का शिकार बन गए और रास्ते में कुछ पदचिह्न मिले तो फॉरेस्ट विभाग ने यहां ट्रैपिंग कैमरे लगवाए. इन कैमरों से पहली बार पता चला कि पहाड़ी पर न सिर्फ बाघ है बल्कि तेंदुआ भी है.
17 सितंंबर को कूनो आ रहे पीएम मोदी, ये है प्रधानमंत्री का मिनट टू मिनट कार्यक्रम