रजनी ठाकुर/रायपुर: छत्तीसगढ़ की 14 साल की लोकगायिका आरु साहू  (14 year old folk singer from Chhattisgarh Aaru Sahoo) को छठ गीत गाने की वजह से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. आरु साहू के छठ गीत रिलीज़ होने के बाद छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर इसका विरोध कर रहे हैं.नाराज़गी जताते हुए गाने के बॉयकॉट करने की बात भी कही जा रही है.वहीं विवाद के बाद गायिका का कहना है कि वो छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति का सम्मान करती हैं और विरोध कर रहे लोगों की भावनाओं का भी सम्मान करती हैं.


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कही जा रही है गाने के बॉयकॉट की बात   
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा कई ऐसे पोस्ट किए गए हैं.जिसमें आरु साहू को छठ गीत गाने को छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अपमान बताया गया और दूसरे राज्य के लोक त्योहार का गीत गाने पर नाराजगी व्यक्त की गई.साथ ही गाने को बॉयकॉट करने की बात भी कही जा रही है. 


विवाद बढ़ने के बाद गायिका ने कही ये बात
वहीं विवाद बढ़ने के बाद गायिका आरु साहू ने वीडियो जारी कर कहा है कि वो छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति और अपने पुरुखों का सम्मान करती हैं. वो छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है. विरोध कर रहे लोगों की भावनाओं का भी वो सम्मान करती हैं.


आरू साहू के इस गाने पर विवाद  
आरू साहू ने 'जय हो छठी मैया' (Aaru Sahu Jai Ho Chhathi Maiya Song) नाम का गाना गाया है.जिसे एमवीएल फिल्म भक्ति यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है. बता दें कि वीडियो के कमेंट सेक्शन पर उन्होंने लिखा कि,मैं सभी संस्कृति का सम्मान करती हूं.इसलिए यह गाना गाई हूं और यह गाना भक्तिमय है.जो की एक भक्त और भगवान के भाव को दर्शाता है.जय जोहर जय छत्तीसगढ़