Congress Plenary Session: कांग्रेस के विज्ञापन में नहीं थी मौलाना अबुल कलाम की तस्वीर, अब पार्टी ने दी ये सफाई
Maulana Abul Kalam Picture: कांग्रेस संचार, प्रचार और मीडिया विंग के प्रमुख जयराम रमेश ने कांग्रेस के पूर्ण अधिवेशन के विज्ञापन में मौलाना अबुल कलाम की तस्वीर न होने पर मांफी मांगी है.
रूपेश गुप्ता/रायपुर: कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ अधिवेशन (Chhattisgarh Session of Congress Party) के विज्ञापन में स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आज़ाद (Maulana Abdul Kalam Azad) की तस्वीर नहीं होने पर कई लोगों ने उसकी आलोचना की. जिसके बाद अब कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में सफाई दी है. कांग्रेस पार्टी ने इसको लेकर कहा कि आज कांग्रेस द्वारा जारी एक विज्ञापन में मौलाना आज़ाद की तस्वीर नहीं थी. यह एक क्षमा न करने योग्य भूल है. इसकी ज़िम्मेदारी तय की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी. हम दिल से माफ़ी मांगते हैं. वह हमारे और पूरे भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति बने रहेंगे.
इस पर कांग्रेस के संचार, प्रचार और मीडिया विंग (Congress Communications, Publicity and Media Wing) के प्रमुख जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि उस पर, आज INC द्वारा जारी एक विज्ञापन में मौलाना आज़ाद की तस्वीर नहीं थी. यह एक अक्षम्य स्लिपअप था. इसकी जिम्मेदारी तय की जा रही है और कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए हम सबसे पहले ईमानदार से माफी मांगते हैं. वह हमेशा हमारे और भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति रहेंगे.
गौरतलब है कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. साथ ही वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे. मौलाना अबुल कलाम देश के पहले शिक्षा मंत्री भी थे और उन्होंने भारत में शिक्षा प्रणाली को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी.
विज्ञापन को लेकर AIMIM का वार
वहीं विज्ञापन में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की तस्वीर होने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. पार्टी ने ट्वीट किया कि, पीवी नरसिम्हा राव को शामिल करना कांग्रेस पार्टी की "धर्मनिरपेक्षता" के बारे में वह सब कुछ बताता है जो हमें जानना चाहिए. प्रधान मंत्री के रूप में, नरसिम्हा राव ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसे माफ या भुलाया नहीं जाना चाहिए.