korba news: कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के एक गांव में मधुमक्खियों ने आतंक मचा रखा है. इनके हमले से पिछले 3 दिनों में करीब 15 लोग घायल हो गए हैं. ग्रामीण जैसे ही घर से निकलते हैं मधुमक्खियां उन पर हमला कर देती हैं. ऐसे में अब ये समस्या उनके लिए काफी बड़ी हो गई है. इससे बचने के लिए वो लगातार उपाय कर रहे हैं इसके बाद भी उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है.


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आदिवासी बाहुल्य नकटीखार का मामला
मामला कोरबा विकासखंड अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य ग्राम नकटीखार का है. दरअसल नकटीखार गांव के एक पेड़ में मधुमक्खियों ने छत्ता बनाया है. उस छत्ते पर एक गिद्ध बार-बार हमला कर उड़ जाता है. इस हमले से मधुमक्खी भड़क जाती हैं और फिर इसका खामियाजा ग्रामीणों को उठाना पड़ता है. यहीं सिलसिला पिछले तीन दिन से गांव में जारी है.


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सड़कों में छाई खामोशी
अब हालात ये हो गए हैं कि गांव की सड़कों में खामोशी है. क्यूंकि ग्रामीण जैसे ही घर से निकलते हैं मधुमक्खी हमला करने लगती हैं. ग्रामीण काम में जाने से पहले 10 बार सोचते हैं कि वो घर से कैसे निकले. ग्रामीण मधुमक्खियों से बचने हेलमेट और कम्बल का सहारा ले रहे है. उसके बाद भी लोग नहीं बच पा रहे हैं.


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लकवा ग्रस्त को भी मारा डंक
ग्रामीण लक्ष्मी बाई ने बताया कि उसका पति ज्ञानदास लकवा ग्रस्त है. चलने में दिक्कत होती है, लेकिन वह गांव के दुकान में बीड़ी लेने चला गया. इसी दौरान मधुमखियों ने हमला कर दिया. घटना की सूचना पर उसे जैसे तैसे घर लेकर पहुंचे, लेकिन मधुमक्खी घर तक पहुंच गईं. बुजुर्ग को बचाने के लिए उसे कमरे में बंद करना पड़ा.


गांव वाले चिंतित और बेचैन
गांव में बनी हुई इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए हर कोई चिंतित और बेचैन है. अब तक ऐसा कोई तरीका लोगों को नजर नहीं आ रहा है, जिससे कि वह इस परेशानी से मुक्त हो सकें. लोगों को इंतजार है कि मधुमक्खियां इस गांव को छोड़ें ताकि उन्हें राहत मिल सके.