पवन दुर्गम/ बीजापुर:  छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh News) में 3 दिसंबर को मतगणना की जाएगी. इससे पहले पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है. बता दें कि बीजापुर जिले में बने माओवादियों के कैंप को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया है. इस कार्रवाई को बस्तर फाइटर और छसबल वाहिनी कैंप दरभा ने संयुक्त रुप से अंजाम दिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मिली थी सूचना 
पूरा मामला बीजापुर जिले के जांगला थाना क्षेत्र के तुंगाली के जंगलों का है. यहां पर भैरमगढ़ एरिया कमेटी के ACM शंकर, ACM राजेश एवं 20-25 सशस्त्र माओवादियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी. इसके बाद इस पर बस्तर फाइटर और छसबल 4था वाहिनी कैंप दरभा ने संयुक्त कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान माओवादियों के बड़ेतुंगाली कैम्प को जवानों ने ध्वस्त कर दिया है. बता दें कि जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते माओवादी अपना कैंप छोड़ के भाग गए.  टीम को माओवादियों के कैंप से तीर धनुष, टेंट के लिए पॉलीथिन, दवाईयां, माओवादी की वर्दी, पोच, पटाखे और भी कई चीजें बरामद हुई हैं. 


पुलिस की संयुक्त टीम की ये कार्रवाई उस वक्त की गई जब दो दिन बाद प्रदेश में मतगणना होने वाली है. इससे पहले ये बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. बीजापुर जिला नक्सल प्रभावित जिलों में गिना जाता है. बता दें कि प्रदेश के दूसरे चरण के मतदान के दिन गरियाबंद जिले में नक्सलियों ने ब्लास्ट किया था. ऐसे में प्रदेश के सभी जिलों में टीम लगातार सतर्क है, ताकि मतणना वाले दिन नक्सली किसी भी तरह की अराजकता न फैला सकें. 


पहले भी हो चुकी है कार्रवाई 
बीते 2 महीने पहले भी जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों के कैंप पर पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की थी. जिसमें नक्सलियों का कैंप ध्वस्त हो गया था. ये कार्रवाई मदपाल के जंगलों में की गई थी.  बीते तीन महीने के अंदर ये तीसरी बड़ी कार्रवाई है.