No Confidence Motion: जांजगीर-चांपा। नए साल की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के लिए विषम परिस्थिति लेकर आई है. जांजगीर जांपा जिला के पामगढ जनपद पंचायत के अध्यक्ष राज कुमार पटेल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है. वही अध्यक्ष ने अपनी हार के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार बताया है और उन्होंने कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत और पामगढ विधायक शेष राज हरवंश के ऊपर हार का ठिकारा फोडा है.


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गहमा गहमी बनी रही
जांजगीर चांपा के पामगढ जनपद पंचायत में नए साल के पहले दिन भारी गहमा गहमी रहा. आज सुबह से अध्यक्ष राज कुमार पटेल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सदस्यों का आवाजाही शुरू हो गई और एसडीएम ने अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई शुरू की.


मतदान के बाद आया रिजल्ट
मतदान के दौरान कुल 24 सदस्यो में 20 सदस्य ही उपस्थित रहे और 17 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े. जिसके आधार पर पीठासिन अधिकारी एसडीएम ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने की घोषणा की. वही अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आपसी समन्वय नहीं लाने के कारण हटाने का दावा किया.


राज कुमार पटेल ने अपनों को घेरा
जनपद अध्यक्ष राज कुमार पटेल ने अपनी हार को कांग्रेस पार्टी का हार बताया. उन्होंने कहा कि पहले वे बसपा पार्टी में थे. लेकिन, चुनाव से पहले सक्ति विधानसभा से दावेदारी की थी और चरण दास महंत के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे तभी चरण दास महंत और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस में शामिल किया था. लेकिन, प्रदेश में कांग्रेस की हार के बाद अब ना तो चरण दास महंत ने सपोर्ट किया और ना ही पामगढ विधायक ने बचाने का प्रयास किया और कांग्रेस के ही जनपद सदस्यों ने साथ नहीं दिया जिसके कारण हार हुई है.


कांग्रेस को बड़ा झटका
पामगढ़ जनपद पंचायत के सदस्यों ने नया साल के शुरुआत में ही कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है और 2 जनवरी को जनपद उपाध्यक्ष के लिए भी अविश्वास प्रस्ताव ला कर मतदान करेंगे,अध्यक्ष पद से हटने के बाद राज कुमार पटेल का बगावती तेवर सामने आ गया है.