श्रीपाल सिंह/राजगढ़: राज्य महिला आयोग के अंतर्गत अब तृतीय लिंग समुदाय के लोगो की समस्याओं की सुनवाई भी हो सकेगी. प्रकरणों की जनसुनवाई के सिलसिले में रायगढ पहुंची आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमई नायक से मिलकर थर्ड जेंडर समुदाय ने अपनी मांग रखी थी. जिसके बाद राज्य महिला आयोग की सुनवाई के अंतर्गत तृतीय लिंग वर्ग को भी शामिल किया गया है. 


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बता दें कि छत्तीसगढ़ में पहली बार तृतीय लिंग समुदाय ने अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए महिला आयोग में सुनवाई की मांग राज्य महिला आयोग से की है.


दरअसल तृतीय लिंग समुदाय के लोगो को भी कहीं परेशानी और समस्याओं का सामना करना पड़ता है. उन्हें कहीं पर भी न्याय नहीं मिल पाता ना ही उनकी समस्याएं सुनी जाती है, उल्टे उनके साथ अभद्र व्यवहार और परेशान किया जाता है. भले ही सर्वोच्च न्यायालय से 2019 एक्ट के तहत उन्हें कानूनी संरक्षण एवं अधिकार प्राप्त हुए है. किंतु जागरूकता की कमी और उचित मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण वह अपने अधिकार की लड़ाई नहीं लड़ पाते है. इसी परिपेक्ष में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक के रायगढ प्रवास पर असीम कृपा फाउंडेशन के तत्वाधान में थर्ड जेंडर समुदाय एलजीबीटी कम्युनिटी के सदस्यों ने उन्हें ज्ञापन सौंप कर उनके ऊपर होने वाले अत्याचार व शोषण की सुनवाई महिला आयोग में करने का निवेदन किया है.


थर्ड जेंडर को दी बधाई
वहीं आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने उनके निवेदन को स्वीकार करते हुए किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आयोग को पत्र लिखने को कहा है. यही नहीं बल्कि उन्हें आशवस्त भी किया है कि उनके शिकायत पत्र पर ही प्रकरण दर्ज कर सुनवाई की जाएगी. आयोग की अध्यक्ष ने थर्ड जेंडर के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार इस समुदाय ने आवेदन दिया है. निश्चित रूप से इनके लिए कार्रवाई करने में मुझे बेहद खुशी होगी.