जितेंद्र कंवर/ जांजगीर चांपा:  छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का मतदान हो गया है. अब प्रदेश वासियों को चुनाव के नतीजों का इंतजार है. इसी बीच प्रदेश के किसानों से जुड़ी हुई एक खबर सामने आई है. बता दें कि राज्य के कई जिलों में धान खरीदी केंद्र पर सन्नाटा पसरा हुआ है. किसानों का कहना है कि 1 नवंबर से धान की खरीदी की जानी थी लेकिन अभी तक कोई भी किसान न तो धान बेच पाया है न ही खरीद पाया है. ऐसे में अब किसानों को इस तारीख का इंतजार है. 


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जांजगीर चांपा
प्रदेश के जांजगीर चांपा जिले के किसानों का कहना है कि जिले में 1 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ की गई है लेकिन आज 21 दिन हो गए हैं धान खरीदी केंद्र में कोई भी किसान धान नहीं बेचा हैं, जिले में 129 धान खरीदी केंद्र है लेकिन किसी भी केन्द्र में किसान के द्वारा न तो धन बेचा गया है न ही टोकन कटा है ऐसे में अब किसान 3 दिसंबर का इंतजार कर रहे हैं. 


सूरजपुर के किसानों को परेशानी
जांजगीर चांपा के अलावा सूरजपुर जिले में भी किसानों को धान खरीदी की समस्याएं आ रही है. किसानों का कहना है कि धान खरीदी शुरूआत हुए 20 दिन से ज्यादा का समय हो चुका है, बावजूद इसके अभी तक जिले के धान खरीदी केंद्र में किसानों का पहुंचना शुरू नहीं हो सका है. जिले में बारिश में देरी एक वजह मानी जा रही है वहीं दूसरी ओर जिले के किसान नई सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि राजनीतिक पार्टियों के द्वारा घोषणा किए गए बढ़े हुए धान के समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके.


इन दो जिलों के अलावा भी प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जहां पर धान की खरीदी नहीं हो रही है, जिसकी वजह से किसानों में परेशानी भी है. हालांकि किसानों के अनुसार 3 दिसंबर के बाद ही धान की खरीदी की जाएगी. 


चुनावी वादे 
हाल में हुए विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने धान खरीदी को लेकर बड़ी घोषणा की थी. इसके तहत कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान, 3200 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी की जाएगी. जबकि  बीजेपी पार्टी ने कहा था कि सरकार बनेगी तो 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान, 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. ऐसे में किसान अब सरकार बनने का इंतजार कर रहे हैं.