छत्तीसगढ़ से पाकिस्तानी आतंकियों को फंडिंग, झारखंड से पकड़ा गया आरोपी श्रवण कुमार
रायपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ में रहकर आतंकवादियों के लिए काम करने वाले एक शख्स को पकड़ा है. मूलत:बिहार के जुमई का रहने वाला शातिर श्रवण कुमार कुछ वक्त पहले छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रहता था. इसे झारखंड से देवघर से गिरफ्तार किया गया है.
रायपुर: राजधानी रायपुर पुलिस पाकिस्तानी पैडलर खालिद के जरिये सीमी के लिए काम करने वाला टेरर फंडिंग के आरोपी को गिरफ्तार किया है. 9 साल से फरार अंतर्राज्यीय आरोपी श्रवण कुमार को झारखंड के देवघर में रह रहा था. बताया जा रहा है कि आरोपी आतंकवादी संगठन सिमी और इंडियन मुजाहिद्दीन से जुड़कर कई लोगों के बैंक खाते में पैसा ट्रांसपर किया था. पुलिस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है. इसके साथ ही टेरर फंडिग के मामले में ईडी ने भी आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
2013 से चल रहा था फरार
पकड़े गए शख्स का मौसेरा भाई धीरज रायपुर में रहकर फास्ट फूड का ठेला चलाता था. साल 2013 में धीरज पाकिस्तानी कनेक्शन की वजह से पकड़ा गया था. दरअसल धीरज अपने मौसेरे भाई श्रवण का ही साथ दे रहा था, इसी वजह से वह गिरफ्तारी हुई थी. पाकिस्तान से डायरेक्ट लिंक रखते हुए फंडिंग का काम श्रवण किया करता था. जब पुलिस ने 2013 में धरपकड़ की थी तब श्रवण भाग गया था. इसके बाद से ही पुलिस लगातार इसकी तलाश कर रही थी.
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क्या है पूरा मामला
साल 2013 में ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई के धीरज साव का नाम पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति से जुड़ा. इन लोगों के द्वारा आतंकवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजने का खुलासा हुआ था. इसमें धीरज साव को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो पता चला की उसका मौसेरा भाई उसके जरिए पूरा लेनदेन करता है. इसके बाद पुलिस ने मामले की सघनता से जांच की तो पता चला की ये टेटर फंडिंग का मामला है. इसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया और जांच का दायरा बढ़ाया गया.
खारिज हो गई है जमानत याचिका
एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि श्रवण मंडल को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया गया है. श्रवण दिल्ली में रहकर एक कंपनी भी चलाता था. उसके आड़ में टेरर फंडिंग करता था. मूलरूप से जमुई बिहार का रहने वाला है. देवघर में ड्राइवर बन कर फरारी काट रहा था. ईडी में भी एक मामला इसपर दर्ज था. उसमें जमानत की अर्जी दाखिल की थी जो खारिज हो गई है.
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इन आरोपियों को मिल चुकी है सजा
पुलिस ने बताया कि धीरज साव, जुबैर हुसैन, पप्पू मंडल एवं आयशा बानो, राजू खान रायपुर केंद्रीय जेल में 10 वर्ष की सजा काट रहे हैं. मामले में फरार राजू खान को कुछ माह पहले बंगाल से गिरफ्तार किया गया था. उसका संबंध कश्मीर से है और जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो से भी इसका संबंध है, जो सिमी इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य हैं. अभी आने वाले समय में कुछ और खुलासे हो सकते हैं. फिलहाल इनसे पूछताछ कर जांच की जा रही है.
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