Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 मई यानी एक महीने से चल रही पटवारियों की हड़ताल (Patwari Sangh Strike) खत्म हो गई है. संघ के पदाधिकारियों ने देर शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात (CM Bhupesh Baghel) के बाद ये फैसला लिया. सीएम से मुलाकात के बाद पटवारी संघ के प्रातंध्यक्ष भागवत कश्यप ने कहा कि जनहित के कामों को को देखते हुए हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया गया है.


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दिया गया था अल्टीमेटम
बता दें इससे पहले हड़ताल पर बैठे पटवारियों को राजस्व विभाग ने काम पर न लौटने पर कार्रवाई की बात कही थी. पटवारियों को राजस्व विभाग ने 19 जून तक काम पर वापस लौटने को कहा था. विभाग की ओर से अल्टीमेटम देते हुए कहा गया था कि अगले चार दिन में पटवारी काम पर नहीं लौटते हैं, तो बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू की जाएगी.


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क्या थी इनकी 8 सूत्रीय मांग?
- वेतन विसंगति को दूर कर वेतन में बढ़ोत्तरी
- वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन, 50% पदों पर वरिष्ठता और 50% पदों पर विभागीय परीक्षा के आधार पर प्रमोशन
- साथ ही 5 वर्ष पूर्ण कर चुके पटवारियों को राजस्व निरीक्षक का प्रशिक्षण दिलाया जाए
- संसाधन और भत्ते, स्टेशनरी भत्ते की मांग
- अतिरिक्त प्रभार के हल्के का भत्ता देने की मांग
- पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक करने की मांग
- मुख्यालय में निवास की बाध्यता समाप्त की जाए
- बिना विभागीय जांच के FIR दर्ज ना किया जाए


15 मई से चल रही थी हड़ताल
बता दें छत्तीसगढ़ राजस्व पटवारी संघ अपने 8 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल बैठा था. इससे राजस्व से संबंधित कई प्रदेश में प्रभावित हो रहे थे. सरकार भी हड़ताली पटवारियों को मनाने की कवायद लगातार कर रही थी. राजस्व सचिव से कई दौर की बातचीत के बाद धरना खत्म होने की कगार पर पहुंचा था. इसके बाद सीएम से मीटिंग के बाद इसे खत्म करने का फैसला हुआ.


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