Deshi Jugaad: गर्मी के सितम से जानवर न हों परेशान, मैत्री बाग प्रबंधन ने अपनाया देशी जुगाड़; देखें तस्वीरें
Deshi Jugaad: भिलाई में स्थित रशिया और भारत की मित्रता के प्रतीक मैत्री बाग (Bhilai Maitri Bagh) में जानवारों को गर्मी के सितम से बचाने के लिए पार्क प्रबंधन ने देशी जुगाड़ अपनाया है. इससे बाघ, भालू, हिरण समेत अन्य जानवरों को खासा रहात मिल रही है.
छत्तीसगढ़ में भी प्रचंड गर्मी पड़ रही है. जिसका असर आम जनजीवन पर जबरदस्त पड़ रहा है. बेजुबान जानवर भी इस गर्मी से परेशान हैं. इससे निपटने के लिए भिलाई में स्थित रशिया और भारत की मित्रता के प्रतीक मैत्री बाग में खास प्रबंध किए जा रहे हैं.
पार्क में चिलचिलाती धूप और गर्मी के कारण सफेद बाघ भी सुस्त हो चुका है. इसके साथ ही बाकी जानवरों की हालत टाइट हो गई है. इन्हें गर्मी से बचाने के लिए पार्क प्रबंधन तरह-तरह के उपाय कर रहा है.
मैत्री बाग में जानवरों के लिए ठंडे पानी के फव्वारे की व्यवस्था की गई है. वर्तमान में यहां 6 टाइगर हैं. गर्मियों के मौसम में बाघों को परेशानी न हो इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है. बाघ के पिंजरे के अंदर पानी का तालाब बनाया गया है. इतना ही नहीं उसे ठंडे पानी के फव्वारे भी दिन में 6 से 7 बार दिए जा रहे हैं.
भिलाई के मैत्री गार्डन में सैकड़ो जानवर है. जिसमे भालू, बंगाल टाइगर लायन से लेकर वाइट टाइगर, हिरण और अन्य विभिन्न प्रजाति के जानवर शामिल हैं. बढ़ रहे तापमान और गर्मी के कारण बाघ को मौसम की मार ना झेलनी पड़े रोज सुबह से लेकर शाम तक ठंडे पानी के साथ साथ उन्हें पानी से पोषित भोजन देकर राहत देने की कोशिश की जा रही है.
बाघ के साथ साथ भालू हिरण और अन्य प्राणियों के केस में भी आर्टिफिशियल काउंटर लगाए गए हैं. ठंडे पानी की बौछार और फव्वारे अन्य वन प्राणियों को भी दिए जा रहे हैं.
मैत्री बाग जू प्रबंधन के प्रभारी एनके जैन ने बताया कि टाइगर तापमान को लेकर काफी संवेदनशील होते हैं. बढ़ती गर्मी के कारण इनका खानपान भी कम हो जाता है. यह 30 से 35 डिग्री तक का तापमान है बर्दाश्त कर सकते हैं. ऊपर तापमान होने पर बाघ परेशान हो सकता है और हिंसक हो सकता है.
बता दें दुर्ग में पिछले 15 दिनों से तापमान लगातार पड़ रहा है. गर्मी के कारण तापमान 40 से 43 डिग्री तक पहुंच चुका है. इससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. इस प्रचंड गर्मी लोगों का हाल बेहाल कर रखा है.