Republic Day 2024: कर्तव्यपथ पर दिखेगी छत्तीसगढ़ की राजसी झलक, तस्वीरों में देखिए 600 साल पुरानी परंपरा की झांकी
Republic Day 2024: नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में निकलने वाली झांकियों में छत्तीसगढ़ की झांकी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेगी. इस बार लोग छत्तीसगढ़ की संस्कृति से रू-ब-रू होंगे. आइए देखते हैं नई दिल्ली की राष्ट्रीय रंगशाला में प्रदर्शित की गई छत्तीसगढ़ की झांकियों की कुछ खूबसूरत तस्वीरें.
नई दिल्ली की राष्ट्रीय रंगशाला में आयोजित प्रेस-रिव्यू में छत्तीसगढ़ की झांकी ने नेशनल-मीडिया का दिल जीता. जगदलपुर का मुरिया दरबार और बड़े डोंगर का लिमऊ राजा इस बार का केंद्रीय विषय है.
छत्तीसगढ़ की ये झांकी जनजातीय समाज में आदि काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना का प्रमाण प्रस्तुत करती है. इससे लोग छत्तीसगढ़ की संस्कृति से रू-ब-रू होंगे.
इस बार नई दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में लोग छत्तीसगढ़ के बस्तर की मुरिया दरबार और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर के लिमऊ राजा की संस्कृति देखेंगे.
बता दें कि देश के 28 राज्यों के बीच कड़ी प्रतियोगिता के बाद छत्तीसगढ़ की झांकी को रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति ने नई दिल्ली में होने वाली गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयनित कर लिया है. इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है.
क्यों खास है छत्तीसगढ़ की ये झांकी?
छत्तीसगढ़ की ये झांकी भारत लोकतंत्र की जननी पर आधारित है. यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है. इस झांकी में "आदिम जन-संसद" के अंतर्गत जगदलपुर के मुरिया दरबार और लिमऊ राजा को दर्शाया गया है.
मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है. ये परंपरा 600 सालों से चली आ रही है. इस स्थान को लेकर लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब लोग नींबू को राजा मानकर आपस में ही निर्णय ले लिया करते थे.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाली झांकियों के चयन के लिए विशेषज्ञ समिति के साथ विभिन्न चरणों में कई बैठकें होती हैं. इसके बाद चयन किया जाता है कि कौन सी झांकी 26 जनवरी के दिन प्रदर्शित की जाएगी.