CG Tourist Places: छत्तीसगढ़ के 5 टूरिस्ट स्पॉट, जहां देश विदेश से आते हैं पर्यटक
Tourist Spots in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ भारत का 10वां सबसे बड़ा क्षेत्रफल वाला राज्य है, छत्तीसगढ़ राज्य साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर बना. यहां पर आधे से अधिक आदिवासी लोग निवास करते हैं. छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर चारों तरफ से जंगल श्रृंखलाओं से घिरा हुआ राज्य है. ऐसे में यदि आप छत्तीसगढ़ घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको छत्तीसगढ़ के ऐसे ऐतिहासिक इमारतें, वन्य जीव, खूबसूरत झरने और प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने जा रहे जहां देश विदेश से पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. आइए जानते हैं इन पर्यटन स्थलों के बारे में.
भोरमदेव मंदिर खजुराहो के मंदिर के नाम से प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर कबीरधाम जिले से 16 कि.मी. की दूरी पर चौराग्राम में स्थित है. इस मंदिर के दीवारों पर विभिन्न काम मुद्राओं में अनुरक्त युगलों का कलात्मक अंकन किया गया है, इसलिए इस मंदिर को खजुराहो के मंदिर के नाम से जाना जाता है. यहां भोरमदेव अभ्यारण है, जिसमें जंगली जानवरों को विचरण करते हुए देखा जा सकता है. चैत्र रामनवमी के अवसर पर इस मंदिर में भव्य मेला लगता है.
मैनपाट छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से प्रसिद्ध मैनपाट सरगुजा जिले में स्थित है. यह सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में फेमस है. मैनपाट क्षेत्र में बॉक्साइड खनिज पाये जाते हैं. यह स्थल छत्तीसगढ़ का सबसे ठण्डा स्थल होने के साथ ही एक पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाता है. गर्मी की छुट्टियों में लोग यहां घूमने जाते हैं. यहां विभिन्न अवसर पर लगने वाले मेले देश विदेश के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है.
लक्ष्मण मंदिर महासमुंद जिले के सिरपुर में स्थित लक्ष्मण मंदिर 1500 साल से अडिग एक रानी के प्रेम की निशानी है. इसे पुराने ताजमहल के नाम से भी जाना जाता है. लाल ईटों से निर्मित इस मंदिर को नारी के मौन प्रेम का साक्षी माना जाता है. यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, लेकिन मंदिर के भीतर लक्ष्मण जी की मुर्ति है. नागर शैली का यह मंदिर रानी वासाटा देवी, राजा हर्षगुप्त की स्मृति में महाशिवगुप्त बालार्जुन के शासनकाल के दौरान 735-40 ईस्वी में बनवाया था. यह पर्यटन स्थल देश के साथ विदेश में भी अपनी पहचान बनाई हुई है.
गंगरेल बांध (मिनी गोवा) धमतरी में महानदी पर स्थित गंगरेल बांध छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा बांध है. प्रशासन ने इसे मिनी गोवा की तर्ज पर डेवलप किया है. यह जेट स्कीइंग, वाटर सर्फिंग, वाटर स्कीइंग, स्कूबा डाइविंग, सेलिंग, पैरासेलिंग और काइट सर्फिंग जैसे वाटरस्पोर्ट्स के लिए फेमस है. मिनी गोवा नाम से प्रसिद्ध यह धार्मिक स्थल राजधानी रायपुर से 80 किलोमीटर की दूरी पर है. मानसून आने के बाद से यह आकर्षण का केंद्र बन जाता है.
जंगल सफारी एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मानव निर्मित जंगल सफारी नया रायपुर क्षेत्र के माण्डवा ग्राम में स्थित है. यह करीब 203 हेक्टेयर पर फैला हुआ है. इस सफारी में जंगली जानवरों के संरक्षण, संवर्धन एवं पर्यावरण विविधता के संरक्षण हेतु आवश्यक उपाय किये गये हैं. यह स्थल पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. यहां पर्यटक बंद गाड़ियों में बैठकर वन्य जीवों को पास से देखने का लुफ्त उठाते हैं.