सत्यप्रकाश/रायपुर। राजस्थान में चल रहे सियासी ड्रामे पर अब देशभर की नजरे टिकी हुई हैं. अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही सियासी खीचतान पर बीजेपी के नेता लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने सचिन पायलट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. जिससे सियासी गलियारों में अटकलों का दौर शुरू हो गया है. इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ कांग्रेस को लेकर भी बड़ी बात कही है. 


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रमन सिंह ने सचिन पायलट पर कही बड़ी बात 
दरअसल, राजस्थान में बन रहे राजनीतिक हालातों पर बीजेपी भी कही न कही नजर बनाए हुए हैं. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा भी हो रही है कि अगर सचिन पायलट मुख्यमंत्री नहीं बन पाते हैं तो क्या वह बीजेपी का रुख कर सकते हैं. जब रमन सिंह राजस्थान के हालात और सचिन पायलट के भाजपा में जाने की संभावनाओं पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''फिलहाल राजस्थान में क्या परिस्थिति बनती है, उसका निर्णय हाईकमान करेगा.'' उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. 


छत्तीसगढ़ में भी झूठा वादा हुआ था: रमन सिंह 
रमन सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ''कांग्रेस में बिखराव जारी है, हाईकमान का कोई सुनने वाला नहीं है. राहुल गांधी पदयात्रा में चल रहे हैं और पार्टी टुकड़े-टुकड़े हो रही है. ये झूठे वादे करते हैं. सचिन पायलट से ढाई-ढाई साल का वादा किया था. ऐसा ही वादा छत्तीसगढ़ में टीएस सिंहदेव से भी किया गया था, लेकिन दोनों वेटिंग में बैठे हैं.'' बता दें कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सियासी खीचतान अब बढ़ती जा रही है. जिस पर कांग्रेस आलाकमान कोई बड़ा एक्शन ले सकता है. 


बघेल सरकार पर साधा निशाना
इस दौरान रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार पर भी जमकर निशाना साधा, उन्होंने छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज के आरक्षण मामले पर कहा कि सरकार की असफलता साफ दिख रही है. हमलोगों के समय गंभीरता से इस मामले को लेकर लड़ते रहे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई, नान के केस में 10-10 वकील लगाते हैं लेकिन इसमें कोई बड़ा वकील नहीं आया, 


नोटिस वोटिस चलता है, पहले सरकार काम तो करे. गंगाजल की कसम राष्ट्रीय नेताओं के सामने खाते हैं तो कमसे कम थोड़ा शर्म तो करे सरकार, 4 साल हो गए. रमन सिंह ने कहा कि बघेल सरकार ने जो वादे किए थे पर उस पर उन्हें काम करना चाहिए.


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