Next CM of Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री को लेकर संस्पेंस बढ़ता जा रहा है. विधानसभा चुनाव जीते बीजेपी के तीनों सांसदों ने सांसदी से इस्तीफा दे दिया है. जबकि राज्य में रमन सिंह की गिनती भी सीएम पद के दावेदारों में हो रही है. इस बीच रमन सिंह ने खुद को सीएम बनाए जाने के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है. जिससे राज्य में सियासी हलचल और भी तेज हो गई हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जो निर्देश होगा उसका पालन करूंगा 


दरअसल, सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा भी तेज हैं कि बीजेपी रमन सिंह को फिर से राज्य की जिम्मेदारी दे सकती है. क्योंकि वह फिलहाल विधानसभा में सबसे अनुभवी हैं, जबकि उनके पास राज्य में 15 साल सरकार चलाने का अनुभव है, ऐसे में जब रमन सिंह के उनकी दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा 'मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, पार्टी का जो निर्देश होगा उसका पालन किया जाएगा.'


2 से 3 दिन में सब क्लीयर होगा 


रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा जल्द ही फाइनल हो जाएगा. फिलहाल पार्लियामेंट का सत्र चल रहा है. सारे वरिष्ठ लोग की व्यस्तता भी है. दो-तीन दिन के अंदर पर्यवेक्षक आ जाएंगे और निर्णय हो जाएगा. दो से तीन दिन में राज्य की सरकार के गठन का रास्ता साफ हो जाएगा.'


ये भी पढ़ेंः CG को मिलेगा आदिवासी-OBC मुख्यमंत्री-डिप्टी CM कॉम्बिनेशन! इस वजह से हो रही चर्चा


मुझ से सीनियर बृजमोहन अग्रवाल हैं 


वहीं प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा 'जो सबसे ज्यादा विधानसभा में जीत के आया होता है वह प्रोटेम स्पीकर बनता है. उस क्रम में यदि देखा जाए तो मुझे लगता है सबसे पहला नाम बृजमोहन अग्रवाल का आता है. आठवीं बार जीत कर आए है. उनका नाम सबसे ऊपर है. हालांकि जो भी तय होगा उसी के आधार पर काम होगा.' वहीं कांग्रेस के  EVM पर सवाल उठाए जाने पर रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस जहां-जहां हारती है ऐसा कहती है. अभी जिन राज्यों में जीता उनके लिए कोई दिक्कत नहीं है. जहां हार शुरू होता है तो वहां अपने आप को बर्दाश्त नहीं कर सकते और हार का करण ढूंढने लगते हैं. हार के लिए कांग्रेस पार्टी जवाबदार है. छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में जो कार्य पद्धति की उसको नकारा है. उनके नेतृत्व को नकारा है. उनको स्वीकार करना चाहिए.'


वहीं बुलडोजर कार्रवाई और महादेव सट्टा एप को लेकर रमन सिंह ने कहा 'जो इस प्रकार अवैध रूप से छत्तीसगढ़ में, रायपुर में और आसपास जो अवैध कब्जे थे प्रशासन समझ गया है. आने वाली सरकार इस तरह के अवैध कब्जे, अवैध धंधे को बर्दाश्त नहीं करेगी इसलिए प्रशासन सरकार बदलते ही अपने रवैया में परिवर्तन ला रहा है. अच्छी बात है. नई सरकार के मंशा के अनुरूप काम कर रहे हैं. महादेव एप पर इतने सारे मामले जांच किए हैं, पूरे प्रमाण सहित प्रस्तुत किया गया है. मुझे लगता है कि सरकार बदल गई है तो सरकार बदलने के बाद प्रक्रिया में तेजी आएगी. महादेव एप या भ्रष्टाचार के दूसरे मामले है. उसमें रफ्तार आएगी. जांच में तेजी आएगी. सरकार का भी इस पूरे मामले में जितने भी तेजी के साथ निराकरण हो सके करने का प्रयास करेंगे.'


ये भी पढ़ेंः Renuka Singh: छत्तीसगढ़ में रेणुका सिंह के नाम की चर्चा तेज, कहा-अगर अवसर मिलेगा तो.