Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग समाप्त हो गई है. अब अगले चरणों में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई तरह के मतदान जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. इसी कड़ी में राज्य में मतदान जागरूकता के अनोखे अंदाज देखने को मिले. गरियाबंद में महिलाएं वीडियो कॉलिंग के जरिए प्रदेश से दूसरे राज्यों में गए लोगों को मतदान करने के लिए आमंत्रित कर रही हैं.वहीं, दूसरी तरफ महासमुंद में फूड फेस्टिवल का आयोजन कर मतदान के प्रति संदेश दिया जा रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वोट के लिए वीडियो कॉल कर बुलाया जा रहा 
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की महिलाओं ने एक बेहद ही अनोखे तरीके से मतदान के लिए लोगों को जागरूक किया है. ये महिलाएं दूसरे राज्यों में पलायन कर गए लोगों को वीडियो कॉलिंग कर मतदान के लिए वापस घर आने का निमंत्रण दे रही हैं. दरअसल, मैनपुर ब्लॉक में 1 हजार 67 लोग पलायन कर चुके हैं. मतदान में लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए जिले की महिलाओं ने ग्रामीण आजीविका मिशन का बीड़ा उठाया है.  


ये भी पढ़ें : ओडिशा की महानदी में बड़ा हादसा, नाव पलटने से छत्तीसगढ़ के 7 लोगों की मौत, एक लापता की तलाश जारी


मतदाताओं के लिए फूड फेस्टिवल  


इसके अलावा महासमुंद में मतदाताओं के बीच मतदान के महत्व को समझाने के लिए तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया है. बीटीआई रोड स्थित चौपाटी में चुनई मड़ई अंतर्गत व्यंजन, संगीत, किड्स कॉर्नर के स्टॉल लगाए गए हैं. यहां हिप हॉप, जुम्बा, सड्डू बॉयस, इंडियन रोलर, सावन और हवाएं द बैंड के माध्यम से मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने की कोशिश की जा रही है.  इसके पहले स्कूटर-बाइक रैली निकालकर शहर में मतदान के प्रति संदेश दिया गया.  


'मेरा वोट, मेरी पहचान, शत प्रतिशत करना है मतदान'
दरअसल, महासमुंद जिले में मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए अनोखी पहल की जा रही है. स्वीप दिव्यांग क्रिकेट मैच और फूड फेस्टिवल के माध्यम से मतदाताओं तक संदेश पहुंचाने का अनोखा आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन मतदाताओं के बीच 'मेरा वोट, मेरी पहचान, शत प्रतिशत करना है मतदान' जागरूकता का संदेश पहुंचाने ब्लॉक स्तर पर ऐसे आयोजन करा रहा है. 


गाने से खाने तक का आयोजन
फूड फेस्टीवल में संगती प्रेमी सहित आम नागरिकों के मनोरंजन के लिए प्रसिद्ध एवं स्थानीय कलाकारों द्वारा शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक संगीतमय प्रस्तुति भी दी जाएगी. खाने के शौकीन यहां देसी और अलग-अलग तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे. इसके अलावा महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण, जिला पंचायत, उच्च शिक्षा, नगरीय निकायों के स्टॉल भी लगाए हैं. यहां बच्चों के लिए किड्स जोन भी बनाए गए हैं. 


जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे फूड फेस्टिवल में जरूर आएं. यहां के देसी और विभिन्न तरह के व्यंजनों के साथ गीत और संगीत का आनंद उठाएं. साथ ही मतदाता जागरूकता का संदेश घर-घर तक पहुंचाए. अधिकारियों ने इस आयोजन के उद्देश्य को लेकर कहा कि जब देश के मतदान प्रतिशत में गिरावट आ गई हो तो इस तरह के आयोजन और जागरूकता अभियानों की आवश्यकता पड़ती है.