BJP CM Face In CG Election: क्या सरोज पांडे होंगी BJP की मुख्यमंत्री पद का चेहरा, भाजपा सांसद ने दिया जवाब
Saroj Pandey On Face BJP CM Post: पेंड्रा पहुंची सरोज पांडेय ने खुद को मुख्यमंत्री के चेहरे से अलग कर लिया. भाजपा नेत्री ने कहा कि मैं न पहले चेहरा थी न आज हूं. वहीं उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, हम लोगों के बीच जाएंगे.
दुर्गेश बिसेन/पेंड्रा: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महिला मोर्चा सम्मेलन की तैयारी पर भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेने आई बीजेपी की वरिष्ठ नेत्री एवं सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. उनके पास कोई मुद्दा नहीं है, नेतृत्व का अभाव है. कांग्रेस की किसी भी विषय पर हमें जवाब देने की आवश्यकता नहीं है. हम सीधे जनता के बीच जाएंगे, हमारी बात वहीं पर होगी. बता दें कि आने वाली 24 तारीख को मरवाही में होने वाले विशाल महिला सम्मेलन की रूपरेखा तय करने कोरबा लोकसभा प्रभारी राज्यसभा सांसद सरोज पांडे पहुंची पेंड्रा दौरे पर हैं.
महिला सम्मेलन की रूपरेखा तैयार की गई
कोरबा लोकसभा प्रभारी राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय पेंड्रा दौरे पर पहुंचीं, जहां भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ महिला सम्मेलन की रूपरेखा तैयार की गई. इस दौरान सरोज पांडे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि महिला सम्मेलन में भाजपा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से यह पता लगाएगी कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का फायदा सभी को मिल रहा है या नहीं. इसके साथ ही केंद्रीय योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा पहुंचाने पर भी इस कार्यक्रम के माध्यम से जोर दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर ये बोलीं
चुनावी वर्ष में भी भाजपा का मुख्यमंत्री का चेहरा अब तक तय नहीं मोदी के चेहरे पर ही चुनावी मैदान में उतरेगी भाजपा. वहीं प्रदेश सरकार के भ्रष्टाचार को भी प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा. खुद को मुख्यमंत्री के चेहरे के दौड़ से बाहर करते हुए सरोज पांडेय ने कहा, 'मैं पहले भी चेहरा नहीं थीं मैं आज भी चेहरा नहीं हूं'.
कांग्रेस के पास नहीं है कोई मुद्दा
वहीं कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी की फोटो पोस्ट करते हुए पुष्पा फिल्म के अंदाज में किए गए ट्वीट 'सावरकर समझा क्या- नाम राहुल गांधी है' के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. उनके पास ना कोई मुद्दा है ना कोई नेता नेतृत्व का भाव है. कांग्रेस के किसी भी विषय पर हमें जवाब देने की आवश्यकता नहीं हम सीधे जनता के बीच जाएंगे.
चुनावी वर्ष में भाजपा के संभावित प्रत्याशियों के टिकट बंटवारे एवं टिकट के क्राइटेरिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 2018 का विधानसभा चुनाव हम हार गए थे, 15 साल हमारी सरकार थी, विषय परिवर्तन का रहा. इसलिए हम चुनाव हारे ऐसा नहीं है कि विधानसभा में चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर कोई क्राइटेरिया निर्धारित किया जाता है.वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को राज्यपाल बनाए जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं यह बात ऊपर के ही नेताओं को पता होगी.