ग्वालियर: पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वैक्सीन का इंतजार कर रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जल्द ही वैक्सीन बाजार में आएगी. वहीं  स्वास्थ्य मुसीबत के बीच सीएम शिवराज ने बड़ी सौगात दी है, उन्होंने उपचुनाव से पहले ऐलान किया कि लोगों को मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. ये केवल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को ही मुफ्त में मिलेगी. इससे पहले सीएम ने ट्वीट कर सभी को मुफ्त देने का ऐलान किया था. 


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सीएम शिवराज ने ट्वीट कर लिखा था मेरे प्रदेशवासियों, #COVID19 से जनता को बचाने के लिए हमने अनेक प्रभावी कदम उठाए हैं। आज यह पूरी तरह से नियंत्रित है। भारत में कोरोना की वैक्सीन तैयार करने का कार्य तेज़ी से चल रहा है, जैसे ही वैक्सीन तैयार होगी, मध्यप्रदेश के प्रत्येक नागरिक को वह मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी।



 


वहीं अब मुख्यमंत्री शिवराज ने नया ट्वीट किया है. जिसमें लिखा ''जब से देश में #COVID19 वैक्सीन का ट्रायल शुरू हुआ, देश के गरीब वर्ग में एक चर्चा भी शुरू हुई, “क्या हम ये खर्च वहन कर पाएँगे?” आज मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ, मध्यप्रदेश में हर एक गरीब प्रदेशवासी को मुफ्त वैक्सीन मिलेगी। हम ये जंग जीतेंगे.''


 


 



आपको बता दें कि  मध्य प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,118 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,63,296 पहुंच गई. राज्य में मरने वालों की संख्या 2,828 हो गई है. वहीं देश में कुल मरीजों की संख्या 77 लाख के पार पहुंच गई है. 


गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा है कि कोविड-19 महामारी ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश के महत्व को रेखांकित किया है. स्वामीनाथन ने कहा कि हमारे पास अगले साल की शुरुआत में कोरोना वायरस के कम से कम दो टीके उपलब्ध हो सकते हैं. 


कोरोना की अलग-अलग वैक्सीन की कीमत हो सकती हैं


एक रिपोर्ट के जरिए जताए गए अनुमान के मुताबिक-
* NOVAVAX- सीरम इंस्टीट्यूट- कीमत 240 रुपए
* OXFORD ASTRAZENECA- सीरम इंस्टीट्यूट- कीमत 1000 रुपए
* भारत बायोटेक- अभी कोई जानकारी नहीं
* रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V- अभी कोई जानकारी नहीं


विश्व स्तर पर सात से ज्यादा टीके के परीक्षण अंतिम चरण में 


मॉडर्ना की वैक्सीन


अमेरिका की जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना जल्द ही अपनी कोरोना वैक्सीन बाजार में लाने वाली है. अमेरिका में एमआरएनए-1273 वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में 30 हजार वॉलंटियर्स शामिल हो रहे हैं. मॉर्डना की वैक्सीन अगले साल के मध्य तक ही लोगों को मिल पाएगी. कई देशों ने वैक्सीन के लिए कंपनी से पहले ही अनुबंध कर रखा है.


भारत बायोटेक की वैक्सीन


हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक अभी दो कोविड-19 टीकों पर काम कर रहा है, जिनमें से कोवाक्सिन का परीक्षण दूसरे चरण में है.अध्ययनों से पता चला है कि यह टीका वॉलंटियर्स में मजबूत प्रतिरक्षा देने में सक्षम रहा है. आईसीएमआर के साथ मिलकर भारत बायोटेक कोरोना की वैक्सीन को तैयार कर रहा है. यह वैक्सीन अपने तीसरे चरण के ट्रायल के लिए तैयार है.


ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन


ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैक्सीन प्रोजेक्ट में स्वीडन की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका भी शामिल है. इस वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किया जा रहा है. लोगों के लिए इस वैक्सीन की खुराक दिसंबर से उपलब्ध होंगी. कहा जा रहा है कि अगले छह महीनों में ही सभी के लिए डोज उपलब्ध हो जाएंगे. इस वैक्सीन को भारत में कोविशिल्ड के नाम से बेचा जाएगा. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अनुमान के अनुसार इसकी एक खुराक की कीमत 250 रुपये हो सकती है.


रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V


रूस ने अगस्त में स्पुतनिक V को पंजीकृत करके COVID-19 वैक्सीन की दौड़ में पहला स्थान हासिल कर लिया है. हालांकि इस वैक्सीन को लेकर अफवाहें जोर पकड़ रही हैं. यदि सब कुछ ठीक रहा, तो वैक्सीन की शुरुआती खुराकें जनवरी 2021 तक जनता के लिए उपलब्ध हो सकती हैं. स्पूतनिक-5 वैक्सीन को मॉस्को स्थित गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों और रूस के रक्षा मंत्रालय ने मिलकर बनाया है. रूस के सॉवरेन वेल्थ फंड ने भारत को कोरोना वायरस की वैक्सीन 'स्पूतनिक-V' के 10 करोड़ डोज देने के लिए करार किया है.


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भारत बायोटेक का वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ करार
भारत बायोटेक ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन के साथ कोविड-19 की वैक्सीन-नोवल चिम्प एडीनोवायरस (चिंपांजी एडीनोवायरस) के लिए एक लाइसेंस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. भारत बायोटेक नाक के जरिए जाने वाले एडेनोवायरस वैक्सीन की एक अरब खुराक तक का उत्पादन करने के लिए काम कर रहे हैं. देश में फिलहाल यह टीका पहले चरण के परीक्षण में है. इसके अलावा देश में जायडस कैडिला हेल्थ केयर लिमिटेड और सीरम इंस्टिट्यूट पुणे की वैक्सीन का भी ट्रायल चल रहा है.


इस समय लगभग 150 से ज्‍यादा देश कोरोना वैक्‍सीन तैयार करने में जुटे हुए हैं। कुछ वैक्‍सीन का ट्रायल अंतिम दौर में हैं। ऐसे में डब्‍ल्‍यूएचओ का अनुमान सही साबित हो सकता है.


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