नई दिल्ली: कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार और छत्तीसगढ़ की रमन सिंह सरकार पर नक्सली हिंसा पर काबू पाने में विफल होने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने सत्ता में बने रहने का अधिकार गंवा दिया है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा यहां संवाददाता सम्मेलन में लगाये गये आरोपों पर प्रधानमंत्री कार्यालय से तत्काल कोई प्रतिक्रया नहीं आई है. ‘नोटबंदी’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘दिमाग की उपज’ करार देते हुए सिंघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि नोटबंदी ने नक्सली और आतंकी खतरे को प्रभावी तरीके से काफी कम दिया.


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उन्होंने कहा कि आंकड़े उसके विपरीत कहानी कहते हैं क्योंकि नोटबंदी के बाद नक्सली हिंसा में ज्यादा सुरक्षाकर्मी और नागरिक मारे गये हैं. उन्होंने कहा कि रमन सिंह ने भी यही बात कही लेकिन ‘तथ्य कुछ और बयां करते हैं.’ सिंघवी ने दावा किया कि जम्मू कश्मीर में स्थिति बिगड़ गयी है और नोटबंदी से आतंकवादी हमलों पर अंकुश लगाने में कोई मदद मदद नहीं मिली.


कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘सुरक्षाकर्मी इन दोनों सरकारों की कमजोर नीतियों का शिकार बने. रमन सिंह सरकार सत्ता में बने रहने का अपना अधिकार गंवा चुकी है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोग अगले चुनाव में मोदी सरकार को भी खारिज कर देंगे. ’’ उन्होंने दावा किया कि नक्सल प्रभावित और पिछड़े जिलों में संप्रग सरकार की विभिन्न परियोजनाएं केंद्र की वर्तमान सरकार ने बस इसलिए बंद कर दी क्योंकि उन्हें कांग्रेस सरकार ने लागू किया था.