भोपाल: उपचुनाव के नतीजे आने में 3 दिन शेष बचे है लेकिन उससे पहले मध्य प्रदेश की सियासत में पॉलिटिकल प्लान की खूब चर्चा हो रही है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर प्लान के शार्ट नाम के साथ नतीजों के पहले ही एक दूसरे पर हमलावर हो रही है. 


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कांग्रेस का G,K प्लान
प्रदेश के पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि बीजेपी ने काउंटिंग के समय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काउंटिंग कराने को लेकर नेता विवेक तंखा ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि काउंटिंग एजेंट मौके पर मौजूद रहे. जिसको चुनाव आयोग ने माना है और बीजेपी का जो G यानी (घपला) प्लान करने का जो प्लान था, वह कांग्रेस ने नहीं चलने दिया है. प्रदेश में K प्लान यानी (कमलनाथ) बीजेपी पर भारी पड़ रहा है और 10 तारीख के बाद भी प्रदेश में K प्लान ही लागू रहेगा.


बीजेपी का E,K प्लान
भाजपा ने जवाबी हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के सब प्लान फेल होंगे प्रदेश में E,K प्लान चलेगा यानी (इरेस कमलनाथ) प्लान चलेगा. भाजपा नेता हितेश वाजपेयी का कहना हैं कि कमलनाथ तो मुझे लगता है यह ABCD सब भूल जाए. इन्हें एक से लेकर दस तक राहुल गांधी की गिनती नहीं आती जो कर्ज माफी की तारीख वाली थी. कमलनाथ का खेल खत्म हो गया है, अब कमलनाथ खुद ही E प्लान पर काम करेंगे, E मतलब इरेस. कमलनाथ 10 तारीख बाद प्लेन बुक करके यहां से निकल लेंगे.


विधानसभा की वर्तमान स्थिति
मध्यप्रदेश में कुल 230 सीटें हैं. फिलहाल सत्ताधारी बीजेपी के पास 107 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 87 विधायक हैं. वहीं दो बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय विधायक हैं. दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी ने इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली. लिहाजा वर्तमान में बीजेपी को बहुमत के लिए महज 8 सीटों की जरूरत है, जबकि कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत के लिए सभी 28 सीटें जीतनी होंगी. 


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बीएसपी का अलग दावा
BSP विधायक संजीव कुशवाह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों से नाराज है. सत्ता की चाबी बीएसपी के हाथों में रहेगी. उन्होंने दावा किया बसपा 10 से 12 सीट जीतेगी. हमारा अभी समर्थन बीजेपी सरकार को है, हमने सदन मे सरकार को समर्थन दिया है. 10 नवम्बर के बाद समर्थन के बारे में फैसला मायावती करेंगी.


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