कांग्रेसियों के बिगड़े बोल: बिना नाम लिए सिंधिया की जानवर से तुलना, शिवराज को फिर बोले शकुनि मामा
मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे सियासी दल भाषा की मर्यादा लांघ रहे हैं. चुनाव आयोग से शिकायत के बाद भी कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन बाज आने को तैयार नहीं हैं.
अशोकनगर : मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे सियासी दल भाषा की मर्यादा लांघ रहे हैं. चुनाव आयोग से शिकायत के बाद भी कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन बाज आने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करते हुए ना सिर्फ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया बल्कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की तुलना तो जानवर से कर डाली.
दरअसल आचार्य प्रमोद कृष्णन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ अशोकनगर में कांग्रेस प्रत्याशी आशा दोहरे के समर्थन में सभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने इशारों-इशारों राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने निशाने पर लिया और उनकी तुलना कुत्ते से कर दी. वहीं बीजेपी विधायक को पिल्ला बता दिया.
शिवराज पर कांग्रेस नेता का तीखा वार
कांग्रेस नेता के अपशब्द यहीं नहीं रुके उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को शकनि मामा बताया. आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि मारीच,कंश,शकुनि को मिला दिया जाए तो बनता है एक मामा कलयुग का शिवराज मामा.
बीजेपी कर चुकी है चुनाव आयोग में शिकायत
आपको बता दें कि पिछले दिनों शिवपुरी जिले की पोहरी और करैरा विधानसभा के नरवर और सतनवाड़ा में सचिन पायलट आचार्य प्रमोद कृष्णनम कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे. इस दौरान कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निशाना साधते हुए कहा कि पुराण में तीन मामाओं का जिक्र है. पहला मामा मारीच जिसने रूप बदलकर सीता माता का हरण कराया था. दूसरा मामा कंस, जिसने अपनी सत्ता को बचाने के लिए बहन के बच्चों को मार दिया और तीसरा मामा शकुनि. जो छल फरेब करके पांडवों का सर्वनाश करना चाहता था. इन तीनों मामाओं को मिला दें तो मामा शिवराज बनता है.
कमलनाथ के पैरों की धूल भी नहीं शिवराज
बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन की शिकायत कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से कहा गया है कि कांग्रेस नेता ने अपनी मर्यादा को लांघा है. उन्हें इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसीलिए उनपर वैधानिक कार्रवाई होनी चाहिए.
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इससे पहले कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा था कि सीएम शिवराज सिंह चौहान कमल नाथ के पैरों की धूल भी नहीं है. ये कोई पहला मामला नहीं है, जब कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री पर बयान देते हुए अपनी मर्यादा लांघी हो. इससे पहले दिनेश गुर्जर ने सीएम शिवराज के लिए भूखे नंगे शब्दों का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा था कि शिवराज तो भूखे-नंगे घर से पैदा हुए है. हमारे कमलनाथ देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति है.
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