Neemuch News: नीमच। आर्थिक तंगी, कम समय मे अधिक पैसा कमाना की चाहत, शौकीन आदतें अगर बढ़ जाए तो लोग शॉर्टकट अपनाने लगते हैं. इसके लिए वो गलत काम करने से पीछे नहीं हटते और परिणाम होता है कि वो जेल पहुंच जाते हैं या लंबे समय तक कोर्ट पुलिस में लगे रहते हैं. कुछ ऐसा ही हाल है नीमच के बड़ी संख्या में युवाओं का जो तस्करी के खेल में फंसे हुए हैं. NDPS एक्शन आंकड़े पुलिस ने जारी किए है जो लोगों को चौका रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस के आकड़ों में खुलासा
- मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में सब से ज्यादा युवा वर्ग शामिल
- पिछले एक साल की NDPS की कार्रवाइयों के 107 प्रकरणों में 110 युवा है शामिल
- आर्थिक तंगी, कम समय में अधिक पैसा कमाना और शौक तीन बड़े कारण


बड़ी संख्या में युवा शामिल
मालवा के नीमच में बड़े पैमाने पर अफीम की वैध खेती की जाती है. इसी के साथ ही बड़े पैमाने पर यहां पर तस्करी भी की जाती है. इन सब में खास बात यह है कि मादक पदार्थों की तस्करी में सबसे ज्यादा युवा वर्ग शामिल है. पुलिस के आंकड़ों के अनुसार पिछले एक साल में 107 प्रकरणों में 110 युवा एनडीपीएस के प्रकरण में आरोपी बनाए गए हैं. सबसे बड़े बात की इसमें 18 साल से लेकर 35 साल तक के युवा शामिल हैं.


क्यों करते हैं ऐसा ?
अब इनके पीछे कारणों की बात की जाए तो युवाओं में आर्थिक तंगी के साथ-साथ कम समय मे ज्यादा पैसा कमाने की चाहत और उनके शौक पूरे करने की चाहत है. ये सारी चीजें युवाओं को मादक पदार्थों की तस्करी की ओर ले जा रहे हैं.


10 साल की सजा का प्रावधान
बता दें कि NDPS एक्ट में 10-10 साल की सजा का प्रावधान है और इसमें कही ना कहीं एक व्यक्ति के चक्कर में पूरा परिवार बर्बादी की ओर चला जाता है. भटकते युवाओं को लेकर नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने भी अपील की है कि ऐसे मामलों में इन्वॉल्व ना हों समाज हित में अच्छे काम करें. इन आकड़ों की पुष्टि भी नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने की है.


जी मीडिया के लिए नीमच से प्रीतेश शारदा की रिपोर्ट