Umaria Crime News: उमरिया जिला जेल में बंद पुलिस से हिंसा के आरोपी और गोंगपा नेता दयाराम सिंह गोंड की मौत पर बवाल मचा हुआ है. उनकी जबलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. अब घटना के बाद मृतक नेता का गांव छावनी में तब्दील हो गया है. मामले में परिजनों ने पुलिस के ऊपर अत्यधिक मारपीट का आरोप लगाया है. बता गें 28 अक्टूबर को दयाराम सिंह गोंड को पुलिस ने हिरासत में लिया था.


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उमरिया जेल में थे बंद
उमरिया जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी दयाराम सिंह गोंड की जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई है. दयाराम सिंह गोंगपा के नेता रहे हैं और कथित तौर पर 26 सितंबर को उमरिया में गोंगपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प मामले पुलिस ने आरोपी बनाकर 27 सितंबर को हिरासत में लिया था.


परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप
इस मामले में परिजनों का आरोप है की उमरिया पुलिस के द्वारा उसके अत्यधिक मारपीट की गई थी जिसके कारण उसका स्वास्थ्य खराब हो गया और उसे 28 सितंबर को ही जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराना पड़ा जहां 19 नवंबर की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो है.


प्रदर्शन की आशंका
घटना की जानकारी के बाद मृतक के गांव हिरौली में पुलिस ने किसी भी तरह के प्रदर्शन की आशंका को भांपते हुए छावनी में तब्दील कर दिया है परिजनों का यह भी आरोप है की पुलिस शव को जबलपुर से वापस लाने में कठिनाई पैदा कर रही है. हालांकि, दयाराम की मौत कैसे हुई है यह पीएम रिपोर्ट के बाद पता चल पाएगी लेकिन परिजनों के आरोपों ने पूलिसिया कार्यवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं.


हाल में हुई है वोटिंग
बता दें मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अभी वोटिंग हुई है. 17 नवंबर को हुए मतदान के बाद अब राज्य में 3 दिसंबर को मतगणना होनी है. हालांकि, इस मामले में चुनाव को कोई एंगल नहीं आया है. लेकिन, अभी चुनावी महौल के कारण भीड़भाड़ और विरोध जरूर बढ़ रहा है. इसी कारण पुलिस भी सख्त है.