सिवनी: आमतौर पर तीज त्योहार में महिलाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाकर पति का नाम लिखवाती हैं. लेकिन सिवनी जिले में शिक्षा विभाग से जुड़ी महिलाएं विरोध स्वरूप हाथो में मेहंदी लगाकर पति के नाम की जगह पेंशन बहाली का दर्द उकेर रही है. करवाचौथ से लेकर हर दिन शिक्षक महिलाएं अपने हाथों में पेंशन हमारा हक है नई पेंशन स्कीन(एनपीएस) पुरानी पेंशन स्कीम(ओपीएस) लागू करो के नारे हाथों में लिखवाया.


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उग्र आंदोलन की तैयारी
शिक्षिकाओं का कहना है विधायक ओर मंत्रियों को दो दो पेंशन दे रहे है और 30-40 साल तक सरकार की सेवा करने वाले कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बन्द कर नई पेंशन लागू कर दी गई है. जिसमें कर्मचारियों का पैसा शेयर मार्केट में लगाया जा रहा है. शिक्षिकाओं का कहना है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो उग्र आंदोलन तक करेंगी.


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आर्थिक तंगी से जूझना पड़ेगा
देश में 1 जनवरी 2004 व मध्य प्रदेश में 1 जनवरी 2005 से कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा पुरानी पेंशन स्कीम की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. शेयर बाजार आधारित नई पेंशन स्कीम सरकारी कर्मचारियों पर थोप दी गई है. देश को कई सालों तक अपनी सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्ति लेने वाले कर्मचारियों को नइ पेंशन स्क्रीम के कारण आर्थिक तंगी से जूझना पड़ेगा.


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