ब्यूरोक्रेसी में कलेक्टर से लेकर राजनीति के `अजीत` तक, जानिए जोगी की कहानी
अजीत जोगी का जन्म 29 अप्रैल 1946 को बिलासपुर के पेंड्रा में हुआ था. अजीत जोगी मैकेनिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट थे. पहले जोगी IPS बने और उसके दो साल बाद IAS क्लियर कर लिया था. अजीत जोगी सीधी और शहडोल में लंबे समय तक कलेक्टर भी थे.
रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व CM अजीत जोगी लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती थे. आज उनका निधन हो गया है. उन्हें 9 मई से श्री नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके बेटे ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी.
कलेक्टर से लेकर राजनेता बनने तक की कहानी
अजीत जोगी का जन्म 29 अप्रैल 1946 को बिलासपुर के पेंड्रा में हुआ था. अजीत जोगी मैकेनिकल इंजीनियरिंग में गोल्ड मेडलिस्ट थे. पहले जोगी IPS बने और उसके दो साल बाद IAS क्लियर कर लिया था. अजीत जोगी सीधी और शहडोल में लंबे समय तक कलेक्टर भी थे.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ के गठन के बाद अजीत जोगी सूबे के पहले मुख्यमंत्री बने. वह पहले आदिवासी CM थे. वह मध्य प्रदेश के तत्कालीन CM अर्जुन सिंह के सुझाव पर राजनीति में आए थे. राजीव गांधी के कार्यकाल में ही अजीत जोगी ने कांग्रेस ज्वॉइन कर ली थी. कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद गांधी परिवार से उनकी नजदीकियां बढ़ गई थीं.
वह कांग्रेस की ऑल इंडिया कमेटी फॉर वेलफेयर ऑफ शेड्यूल्ड कास्ट एंड ट्राइब्स के मेंबर भी रहे. कांग्रेस के कार्यकाल में अजीत जोगी को राज्यसभा भी भेजा गया. अजीत जोगी विधायक और सांसद भी रहे.
बता दें कि 2004 में एक हादसे के बाद अजीत जोगी को पैरालिसिस हो गया था. जिसके बाद वह फिर कभी बिना व्हील चेयर के खड़े नहीं हो पाए. 6 जून 2016 को अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने का फैसला किया. 23 जून 2016 को अजीत जोगी ने अपनी नई पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बना ली.